नई दिल्ली: नोएडा के 100 वार्डों में ज्योग्राफिक इन्फॉर्मेशन सिस्टम (जीआईएस) सर्वेक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। इस सर्वेक्षण के परिणामस्वरूप, 1.40 लाख नई संपत्तियां हाउस टैक्स के दायरे में आ गई हैं, जिससे शहर के कुल करदाताओं की संख्या 6 लाख तक पहुंच गई है। नगर निगम अब सर्वेक्षण के दौरान एकत्र किए गए डेटा का मिलान करेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कर निर्धारण में कोई अनियमितता नहीं हुई है।
मुख्य बिंदु:
- नए करदाता: जीआईएस सर्वेक्षण ने 1.40 लाख नई संपत्तियों की पहचान की है जो अब हाउस टैक्स के अधीन होंगी।
- कुल करदाता: इस वृद्धि के साथ, नोएडा में करदाताओं की कुल संख्या 6 लाख तक पहुंच गई है।
- डेटा मिलान: नगर निगम सर्वेक्षण डेटा का मिलान करेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कर निर्धारण में कोई अनियमितता नहीं हुई है।
- कर आधार का विस्तार: जीआईएस सर्वेक्षण का उद्देश्य कर आधार का विस्तार करना और शहर के विकास के लिए राजस्व जुटाना है।
- सुविधाओं का लाभ: सभी करदाताओं को नगर निगम द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं जैसे सीवर, पानी और सड़कों का लाभ मिलेगा।
- निर्माण गतिविधियों की निगरानी: सर्वेक्षण का उपयोग अवैध निर्माण गतिविधियों पर नज़र रखने और कर चोरी को रोकने के लिए भी किया जाएगा।
निष्कर्ष:
नोएडा में जीआईएस सर्वेक्षण एक महत्वपूर्ण पहल है जो शहर के कर आधार को मजबूत करने और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने में मदद करेगा।