हरिद्वार की पुलिस ने बुजुर्ग महिला की सनसनीखेज हत्याकांड का रहस्य 48 घंटों के अंदर ही सुलझा लिया। यह हत्याकांड आधुनिकता की बयार में बह रहे मॉडर्न बच्चों के षड़यंत्र का परिणाम था, जिसने बुजुर्ग महिला की जान ले ली। इस हत्याकांड की योजना सगी पोती ने खुद की थी, और इसके चलते B.B.A. का एक छात्र ब्लेकमेलिंग के भंवर में फंसकर हत्यारा बन गया।
गंगा सप्तमी के पर्व पर, ज्वालापुर क्षेत्रान्तर्गत चाकलान मोहल्ले में दिनदहाड़े बुजुर्ग महिला की हत्या की सूचना मिलने पर, ज्वालापुर पुलिस मय सीओ शांतनु पाराशर और अन्य अधिकारियों ने घटनास्थल पर जाकर जांच शुरू की।
इस घटना की गंभीरता और स्थानीय लोगों के आक्रोश को देखते हुए, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने 10 पुलिस टीमों का गठन करके इस प्रकरण के जल्द खुलासे के निर्देश दिए।
जानकारी के अनुसार, पेशे से तीर्थ पुरोहित अनुराग शर्मा गंगा सप्तमी के अवसर पर अपनी पत्नी और परिजनों के साथ पूजा अर्चना के लिए हर की पैड़ी गए थे, और उनकी बुजुर्ग मां घर पर अकेली थीं। दोपहर के समय चीख पुकार की आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने बुजुर्ग महिला को लहुलुहान हालत में खून से सने फर्श पर पाया।
इस हत्याकांड के बाद, स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त हो गया। इस मामले में वादी अभिषेक शर्मा की तहरीर पर कोतवाली ज्वालापुर में मुकदमा अपराध संख्या 430/24 धारा 302 भा.द.वी. दर्ज किया गया। प्रकरण में हरिद्वार पुलिस ने वैज्ञानिक तरीके से कार्रवाई की।
विवेचना में जुटी पुलिस टीमों ने रात दिन एक करते हुए घटनास्थल की ओर आने-जाने वाले रास्तों पर लगे C.C.T.V. कैमरों के फुटेज की जांच की। इसके बाद, एक संदिग्ध युवक से सख्ती से पूछताछ की गई, जिसने हत्या की बात कबूल की और पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया।
संदिग्ध युवक, BBA का छात्र उदित झा, ने पूछताछ में बताया कि मृतका की पोती भूमिका (काल्पनिक नाम) का अनुराग के साथ और उदित झा का कनखल निवासी आयशा (काल्पनिक नाम) के साथ अफेयर था। भूमिका और आयशा, और उदित झा और अनुराग भी आपस में दोस्त थे। आयशा और उदित झा के प्राइवेट फोटो/वीडियो मृतका की पोती भूमिका के पास थे। भूमिका अपने ब्वायफ्रेंड अनुराग को समय-समय पर काफी पैसे देती रहती थी और उसको i-Phone के लिए भी पैसे दिए थे। अनुराग लोकल स्तर पर मात्र 10 से 15 हजार रुपए के बीच की नौकरी करता था, लेकिन भूमिका की वजह से उसको कभी भी पैसो समस्या नही होती थी
संदिग्ध युवक उदित झा ने पूछताछ में खुलासा किया कि मृतका की पोती और उसके दोस्तों ने उसे ब्लैकमेल करके हत्या करने के लिए उकसाया था। उदित ने बताया कि उसे धमकी दी गई थी कि अगर वह मृतका को रास्ते से नहीं हटाता, तो उसकी प्राइवेट वीडियो को वायरल कर दिया जाएगा।
इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय में बल्कि पूरे देश में एक गहरी चिंता को जन्म दिया है। यह घटना युवा पीढ़ी के बीच बढ़ती आधुनिकता और नैतिक मूल्यों के क्षरण की ओर इशारा करती है।
संदीप उपाध्याय