ब्रिक्स शिखर सम्मलेन आज से शुरू,रवाना हुए पीएम मोदी भारत-चीन के बीच इन 10 मुद्दों पर हो सकती है चर्चा

22 Aug, 2023
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xi jinping meeting on pm modi
BRICS Summit: दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति साइरिल रामफोसा ने पीएम मोदी को ब्रिक्स बैठक के लिए न्योता दिया था, जिसके बाद पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना हुए हैं.

BRICS Summit:   प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए रवाना हो चुके हैं. ब्रिक्स की इस बैठक में पीएम मोदी के साथ कई देशों के प्रमुखों की द्विपक्षीय बातचीत हो सकती है. बताया जा रहा है कि जोहानिसबर्ग में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पीएम मोदी का आमना-सामना हो सकता है, हालांकि विदेश मंत्रालय की तरफ से जिनपिंग के साथ बैठक को लेकर कुछ भी साफ नहीं कहा गया है. दक्षिण अफ्रीका के बाद पीएम मोदी ग्रीस दौरे पर रवाना होंगे, जिसकी जानकारी खुद पीएमओ की तरफ से दी गई है.

2019 के बाद यह पहला व्यक्तिगत ब्रिक्स शिखर सम्मेलन होगा. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी बैठक में शामिल होने के लिए दक्षिण अफ्रीका पहुंच गए हैं. हालांकि, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस समिट में हिस्सा नहीं लेंगे. उनकी जगह विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव मौजूद रहेंगे.

अगर, पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक होती है तो यह मई 2020 में भारत-चीन सीमा गतिरोध शुरू होने के बाद यह उनकी पहली मुलाकात होगी। दोनों नेताओं ने पिछले साल नवंबर में इंडोनेशियाई राष्ट्रपति जोको विडोडो द्वारा बाली में आयोजित जी20 रात्रिभोज में छोटी सी मुलाकात की थी।

. भारतीय और चीनी सैनिक पूर्वी लद्दाख में सीमा को लेकर तीन साल से भी ज्यादा समय से टकराव की स्थिति में हैं। जबकि दोनों देशों ने व्यापक राजनयिक और सैन्य वार्ता के बाद कई जगहों पर सैनिकों की वापसी सुनिश्चित कर ली है।

. पिछले महीने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स देशों की बैठक के मौके पर शीर्ष चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की थी। डोभाल ने स्थिति को पूरी तरह से सुलझाने के लिए और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बहाल करने के लिए निरंतर प्रयासों के महत्व पर जोर दिया था।

जून 2020 में गलवान घाटी में भीषण झड़प के बाद भारत-चीन के संबंध खराब हो गए। यह कई दशकों बाद दोनों देशों के बीच सबसे गंभीर सैन्य संघर्ष था।

. सैन्य और राजनयिक कई वार्ताओं को बाद दोनों पक्षों ने 2021 में पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी तटों और गोगरा क्षेत्र में सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी की।

. भारत का कहना है कि जब तक सीमावर्ती इलाकों में शांति नहीं होगी तब तक चीन के साथ उसके संबंध सामान्य नहीं हो सकते।

22 अगस्त

– पीएम मोदी शाम 5.15 बजे द अफ्रीका के वॉटरक्लूफ एयर फोर्स बेस पर पहुंचेंगे. 

– वे शाम 7:30 बजे ब्रिक्स फॉरम लीडर डायलॉग्स में चर्चा लेंगे. 

रात 9:30 बजे BRICS लीडर्स रिट्रीट होगा. लीडर्स रिट्रीट के दौरान वैश्विक विकास और उन विकासों से उत्पन्न चिंताओं पर चर्चा होने की उम्मीद है.

23 अगस्त

– 23 अगस्त को पीएम मोदी पूर्ण सत्र में हिस्सा लेंगे. यह ब्रिक्स मुद्दों, बहुपक्षीय प्रणाली में सुधार और आतंकवाद-रोकने पर केंद्रित होगा. 

24 अगस्त

– पीएम मोदी 24 अगस्त को शिखर समिट के बाद आयोजित एक विशेष कार्यक्रम, “ब्रिक्स – अफ्रीका आउटरीच और ब्रिक्स प्लस डायलॉग” में हिस्सा लेंगे. इसमें दक्षिण अफ्रीका द्वारा आमंत्रित अन्य देश शामिल होंगे. इन सत्रों के दौरान ग्लोबल साउथ की चिंताओं और प्राथमिकताओं पर चर्चा की जाएगी, जहां अफ्रीका के साथ साझेदारी पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. 

25 अगस्त

पीएम मोदी ग्रीस के प्रधानमंत्री क्यारीकोस मित्सोटाकिस के निमंत्रण पर 25 अगस्त 2023 को ग्रीस की आधिकारिक यात्रा करेंगे. भारत और ग्रीस के बीच

सभ्यतागत संबंध हैं, जो पिछले कुछ सालों में समुद्री परिवहन, रक्षा, व्यापार और निवेश और लोगों से लोगों के संबंधों जैसे क्षेत्रों में सहयोग के माध्यम से और मजबूत हुए हैं. पीएम मोदी संबंधों को और गहरा करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री मित्सोटाकिस के साथ बातचीत करेंगे. वह दोनों देशों के व्यापारिक नेताओं के साथ-साथ ग्रीस में भारतीय समुदाय के साथ भी परस्पर बातचीत करेंगे. 

क्या है BRICS?

9वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन - विकिपीडिया

– ब्रिक्स दुनिया की पांच सबसे तेज अर्थव्यवस्थाओं का ग्रुप है. ब्रिक्स का हर एक अक्षर एक देश का प्रतिनिधित्व करता है. ब्रिक्स में B से ब्राजील, R से रूस, I से इंडिया, C से चीन और S से साउथ अफ्रीका.

– 2006 में पहली बार ब्रिक देशों की बैठक हुई. उसी साल सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान इन चारों देशों के विदेश मंत्रियों की मीटिंग हुई तो इस

समूह को ‘BRIC’ नाम दिया गया. ब्रिक देशों की पहली शिखर स्तर की बैठक 2009 में रूस के येकाटेरिंगबर्ग में हुई थी. इसके बाद 2010 में ब्राजील के ब्रासिलिया में दूसरी शिखर बैठक हुई. उसी साल इसमें साउथ अफ्रीका भी शामिल हुआ, तब ये BRIC से BRICS बन गया.

– ब्रिक्स में जो पांच देश शामिल हैं, वो सभी दुनिया की सबसे तेजी से उभरती हुईं अर्थव्यवस्थाएं हैं. इनकी दुनिया की जीडीपी में 31.5% की हिस्सेदारी है. ब्रिक्स के सभी पांच देशों में दुनिया की 41 फीसदी से ज्यादा आबादी रहती है. वैश्विक कारोबार में भी इनका 16 फीसदी हिस्सा है. – इस बार की ब्रिक्स समिट के दो एजेंडा हैं. पहला- ब्रिक्स का विस्तार. दूसरा- ब्रिक्स देशों में अपनी करंसी में कारोबार. साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने कहा कि हम ब्रिक्स के सदस्यों की संख्या बढ़ाने का समर्थन करते हैं.

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