इटावा लायन सफारी में शावकों की मृत्यु: वन्यजीव प्रजनन कार्यक्रमों के लिए गंभीर खतरा

18 May, 2024
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इटावा: इटावा लायन सफारी में शेरनी रूपा द्वारा 4 मृत शावकों को जन्म दिए जाने की घटना ने वन्यजीव प्रबंधन और पशु कल्याण के क्षेत्र में गहरी चिंता जताई है। यह घटना विशेष रूप से गंभीर है क्योंकि यह रूपा का दूसरा प्रसव है, और पहले प्रसव में भी एक शावक की मृत्यु हो चुकी थी।


समय से पहले जन्म: संभावित कारण और निहितार्थ


सफारी प्रशासन ने प्राथमिक तौर पर समय से पहले जन्म को शावकों की मृत्यु का कारण बताया है। हालांकि, इस आवर्ती घटना के पीछे निश्चित कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि समय से पहले जन्म के पीछे अनेक कारक हो सकते हैं, जिनमें मातृ स्वास्थ्य, पोषण संबंधी कमियां, गर्भावस्था के दौरान तनाव, या संक्रामक रोग शामिल हो सकते हैं।
इस घटना का वन्यजीव प्रजनन कार्यक्रमों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। मृत शावकों का उच्च प्रमाण प्रजनन दर को कम करता है और लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण प्रयासों को बाधित करता है।


तत्काल जांच और निवारक उपायों की आवश्यकता इस चिंताजनक घटना की गहन जांच की आवश्यकता है। वन्यजीव चिकित्सकों, रोग विशेषज्ञों, और पशु कल्याण विशेषज्ञों सहित विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को शामिल करते हुए एक व्यापक जांच दल का गठन किया जाना चाहिए। जांच में मृत शावकों का पोस्टमार्टम, मातृ स्वास्थ्य का मूल्यांकन, सफारी के वातावरण का विश्लेषण, और प्रबंधन प्रथाओं की समीक्षा शामिल होनी चाहिए।


इसके अलावा, भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस निवारक उपाय किए जाने चाहिए। इनमें मातृत्व देखभाल में सुधार, पोषण संबंधी पूरकता, संक्रामक रोगों के लिए टीकाकरण, तनाव कम करने वाली तकनीकें, और सफारी प्रबंधन प्रथाओं में सुधार शामिल हो सकते हैं।

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रामकुमार राजपूत

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