जानिए नवरात्री में कैसे करें पूजा और माँ के प्रथम स्वरुप “शैलपुत्री” का महत्व पं. विशाल शुक्ला

07 Oct, 2021
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नमस्कार पाठकों बहुत स्वागत है आपका आप पढ़ रहे हैं ” द मिरिकल ऑफ़ ज्योतिष ” और मैं हूँ आपके साथ विशाल शुक्ला. देशहित न्यूज़ के तमाम दर्शकों, पाठकों को नवरात्री की अनेकानेक शुभकामनाएं आज आपको बताने जा रहे हैं की नवरात्री के पवन अवसर पर कैसे आप माँ को प्रसन्न करें और नवरात्री के पहले दिन कैसे वरदान प्राप्त करें. तो आइये चलते हैं माँ की कृपा प्राप्त करने.

देखिये एक बात सबसे पहले समझिये नवरात्री में आप व्रत रखिये या ना रखिये लेकिन पूरे 9 दिन तक सात्विक रहिये, प्याज़, लहसुन, मांस मदिरा का प्रयोग ना करिये. हल्का भोजन करें तो बहुत अच्छा रहेगा.

अब ये जानते हैं की इस बार की नवरात्री की खास बातें क्या हैं. देखिये ये आश्विन शुक्ल पक्ष की शारदीय नवरात्री हैं. इसे शक्ति नवरात्री भी कहा जाता है. इस बार नवरात्री 7 अक्टूबर से आरम्भ हो रहीं है और नवमी तिथि 14 अक्टूबर को पड़ेगी, दशहरा 15 अक्टूबर को मनाया जायेगा.इस बार नवरात्री कुल 8 दिन की है क्यों की चतुर्थी तिथि का काफ़ी हद तक लोप हो रहा है.

देखिये नवरात्री के जो 9 दिन हैं ना वो पूजा उपासना के लिए सर्वोत्तम होते हैं वैसे तो हर दिन ईश्वर का है लेकिन नवरात्री में चूंकि प्रकृति भी आपके लिए अनुकूल होती है इस लिए इन दिनों को सर्वोत्तम माना जाता है.

नवरात्री में पूजा उपासना कर के आप अपनी सभी मनोकामनाओ को पूरा कर सकते हैं. नवरात्री में हर दिन की अलग महिमा है और आप अपने 9 ग्रहों को भी नवरात्री के 9 दिनों में बेहतर कर सकते हैं. आज हम आपको नवरात्री के पहले दिन और माँ के पहले स्वरुप के बारे में बताएँगे.

पहले आपको बता दें की कलश की स्थापना आप कैसे करेंगे. देखिये सबसे पहले पूजन स्थल को जल से शुद्ध कर लें, एक लकड़ी के पाटे या पटरे पर लाल कपड़ा बिछाइये और देवी का चित्र या मूर्ति स्थापित करिये , एक मिट्टी के पात्र में जौ बो दीजिये उसी पात्र के ऊपर जल से भरा मिट्टी का कलश स्थापित करिये.कलश के मुख को ढक्कन से ढक दें और ढक्कन को चावल से भर दें एक नारियल लाल कपडे में लपेट कर ढक्कन में जौ चावल रखें हैं उसी के ऊपर रख दें.

इसके बाद दीपक जला कर कलश की पूजा करें. नवरात्री में जो कलश आप स्थापित करेंगे वो सोने,चांदी, ताँबे या मिट्टी का होना चाहिए वैसे मैं आपको बता दूँ की मिट्टी का कलश सर्वोत्तम होता है.

नवरात्री में जौ लोग व्रत रखते हैं वो 9 दिन भी व्रत रख सकते हैं और 2 दिन का व्रत भी रख सकते हैं जौ लोग 9 दिन का व्रत रखेंगे वो दशमी को पारायण करेंगे. और एक बात जान लीजिये की व्रत में केवल जलीय आहार या फलों का सेवन करिये आपको बहुत लाभ होगा.

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