सूत्रोंं के अनुसार:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। कुल 43 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। नारायण राणे, सर्बानंद सोनोवाल, के अलावा मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया और वीरेंद्र कुमार समेत 15 सांसदों ने कैबिनेट मंत्री के तौर पर शपथ ली। नई कैबिनेट में 28 राज्य मंत्री है। प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे कार्यकाल के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में 32 ऐसे चेहरे हैं जो पहली बार केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है। जानें किसे क्या मिली जिम्मेदारी…
पीएम खुद करेंगे विज्ञान मंत्रालय की निगरानी समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय की निगरानी करेंगे जबकि अमित शाह गृह मंत्रालय के साथ सहकारिता मंत्रालय की भी निगरानी करेंगे…
शाह को बड़ी जिम्मेदारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई कैबिनेट में एक नया मंत्रालय मिनिस्ट्री ऑफ को-ऑपरेशन बनाया है। इस मंत्रालय के जरिए सरकार अपने ‘सहकार से समृद्धि’ के विजन को अमलीजामा पहनाएगी। सूत्रों की मानें तो यह मंत्रालय देश में सहकारी आंदोलन को मजबूत करने के लिए अलग से प्रशासनिक ढांचा उपलब्ध कराएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इस नए मंत्रालय की जिम्मेदारी गृह मंत्री अमित शाह को सौंपी है। शाह को यह अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है…
मनसुख मंडाविया को स्वास्थ्य मंत्रालय की कमान कोरोना महामारी के संकट के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी अब मनसुख मंडाविया संभालेंगे। इससे पहले डॉ. हर्षवर्धन इस मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। मांडविया को स्वास्थ्य के साथ रसायन और उर्वरक मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
दूसरी कार्यकाल का पहला विस्तार प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल शुरू किया था। इसके बाद पीएम मोदी ने पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरिषद में विस्तार किया है। नियम के मुताबिक केंद्रीय मंत्रिपरिषद में अधिक से अधिक 81 सदस्य हो सकते हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में उत्तर प्रदेश को बड़ा हिस्सा मिला है। केंद्र सरकार ने इस विस्तार में शिक्षित और युवा सदस्यों को तरजीह दी है।