नई दिल्ली: 23 अप्रैल से भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर पर बैठे देश के दिग्गज पहलवानों के लिए एक राहत देने वाली खबर सामने आई है। दरअसल, इंडियन ओलंपिक संघ (IOA) ने बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह सहित निवर्तमान पदाधिकारियों पर 13 मई को संघ की प्रस्तावित प्रशासनिक समारोह में हिस्सा लेने और आर्थिक कामकाज पर रोक लगा दी है। इंडियन ओलंपिक संघ का ये फैसला जंतर-मंतर पर देश के शीर्ष पहलवानों के धरने के मद्देनजर अहम माना जा रहा है। IOA के इस फैसले से साफ है कि बृजभूषण शरण सिंह 13 मई 2023 से भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख नहीं रहे। बता दें कि इससे एक दिन पहले यानी 12 मई 2023 को बृज भूषण शरण सिंह ने दिल्ली पुलिस के पास अपने बयान दर्ज कराए। उन्होंने खुद को बेगुनाह बताया है।
2011 से भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष हैं बृजभूषण शरण सिंह

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह 2011 से डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष हैं। उन्होंने गोंडा, कैसरगंज और बलरामपुर निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले संसद सदस्य के रूप में छह बार सेवा की है। 1980 के दशक में छात्र राजनीति में प्रवेश करने से पहले वह अपनी युवावस्था में एक दिग्गज नेता थे। उनकी उग्र ‘हिंदुत्वी छवि’ ने उन्हें अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन के दौरान प्रसिद्धि के लिए प्रेरित किया। वहीं, बृजभूषण शरण सिंह के राजनीतिक सफर की बात करें तो उन्होंने 1991 में पहली बार 10वीं लोकसभा का चुनाव लड़ा था। वह 1999, 2004, 2009, 2014 और 2019 में पांच बार लोकसभा के लिए फिर से चुने गए। समाजवादी पार्टी के साथ अपने संक्षिप्त कार्यकाल के दौरान, उन्होंने जीत हासिल की। वह 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए और 2014 और 2019 में लोकसभा के लिए चुने गए। बृजभूषण शरण सिंह बाबरी विध्वंस मामले में आरोपी थे। बाद में कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया। उनका नाम आरोपों में नामित 40 नेताओं की सूची में शामिल हैं, जिसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी शामिल हैं, जिन्हें 2020 में बरी कर दिया गया था।
बृजभूषण के खिलाफ एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न करने के लगे हैं आरोप

बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह पर एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। पहलवानों ने यौन शोषण के अलावा भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर तानाशाही और मनमानी करने का भी आरोप लगाया है। जंतर-मंतर पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पहलवानों ने कहा कि वह मेंटल टॉर्चर से जूझ रहे हैं। इससे पहले भी जनवरी 2023 में बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक समेत कई पहलवान जंतर-मंतर पर जुटे थे और अपनी बात रखी थी। उस समय खेल मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद पहलवानों ने प्रदर्शन वापस ले लिया था।
बृजभूषण के खिलाफ और भी कई मामले हैं दर्ज

इसके अलावा बृजभूषण के खिलाफ पिछले कुछ सालों में कई संगीन मामले दर्ज किए गए। उसके खिलाफ हत्या से लेकर अंडरवर्ल्ड लिंक, गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट जैसी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। इनमें से कुछ मामलों में उन्हें बरी कर दिया गया है। प्रदर्शनकारी भालवांस ने उसके आपराधिक रिकॉर्ड का एक पोस्टर भी जारी किया है, जिसमें उसके खिलाफ 38 धाराओं के तहत दर्ज मुकदमों का जिक्र है।
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