ओपी राजभर ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि ये खबर निराधार है, न मैं दिल्ली गया था और न ही मैं किसी से मिला
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद अब बड़ा सियासी संग्राम छिड़ता नजर आ रहा है. यूपी चुनाव में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरी ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) फिर से बीजेपी गठबंधन में शामिल हो सकती है.
ओमप्रकाश राजभर फिर से एनडीए में वापसी की तैयारी कर रहे हैं क्या? ओमप्रकाश राजभर इस सिलसिले में गृह मंत्री अमित शाह के साथ ही धर्मेंद्र प्रधान, सुनील बंसल से मुलाकात भी कर चुके हैं. गौरतलब है कि ओमप्रकाश राजभर को सुभासपा के कोटे से योगी मंत्रिमंडल में मंत्री भी बनाया जा सकता है.
गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भी राजभर ने भाजपा उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह से मुलाकात की थी जिसके बाद उनका भाजपा के साथ जाने का कयास लगाया जा रहा था. हालांकि उस वक्त ऐसा नहीं हुआ. इसके बाद राजभर की पार्टी ने सपा गठबंधन में 18 सीटों पर चुनाव लड़ा जिसमें से केवल 6 पर ही जीत हासिल कर सकी.
गृहमंत्री अमित शाह से मिलने की अटकलों पर सुभासपा के सुप्रीमो ओपी राजभर ने कहा कि मैं अमित शाह से नहीं मिला जिन तस्वीरों में अमित शाह से मिलने की बात कही जा रही वह सब फेक है मैं अभी न तो दिल्ली गया हूँ और न ही मैं अमित से मिला हूं. ओपी राजभर ने एएनआई से बात करते हुए कहा कि ये खबर निराधार है, न मैं दिल्ली गया था और न ही मैं किसी से मिला. हम स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं और समाजवादी पार्टी गठबंधन में जो हमारे प्रत्याशी हैं उनको जीताने के लिए हम काम कर रहे हैं.
जहाँ एक तरफ सोशल मीडिया पर ख़बरें तेजी से फ़ैल रही है कि सुभासपा के सुप्रीमो ओपी राजभर बीजेपी में शामिल होने वाले हैं तो दूसरी ओर हम यूपी विधानसभा के चुनाव प्रचार की ओर देखें तो ओपी राजभर बीजेपी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमलावर रहे थे और उन्होंने यहाँ तक कह दिया था की मैं योगी को वापिस हिमालय भेजूंगा. लेकिन हुआ इसका उल्टा बीजेपी गठबंधन 273 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत से सत्ता में लौटी है. अब कयास लगाया जा रहा है कि बीजेपी जब सत्ता में आ गई है तो ओपी राजभर बीजेपी गठबंधन के साथ जा सकते हैं सोशल मीडिया की एक तस्वीर में गृहमंत्री अमित शाह और ओपी राजभर एक साथ बैठे है और किसी विषय पर चर्चा कर रहें हैं इसी को देखते हुए अब लोगों का मानना है कि ओपी राजभर अब बीजेपी के साथ जा सकते हैं लेकिन ओपी राजभर ने इसे पुरानी तस्वीर कहकर इस मुलाकत की बात को खंडन किया है.