लखनऊ में मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचे एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. युवक के पिता ने बेटे की मौत के लिए पुलिस को जिम्मेदार बताया है. उधर, पुलिस का कहना है कि युवक ने बाउंड्री वॉल पर कूदकर छलांग लगाई थी जिसके बाद वह घायल हो गया था. इलाज के दौरान उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया.
नई दिल्ली: जानकारी के मुताबिक, ललितपुर जिले के मानपुर थाना के उदयापुर गांव के रहने रहने वाले अच्छेलाल का बेटा 32 साल का राजकुमार शिकायत लेकर मुख्यमंत्री जनता दरबार पहुंचा था. आरोप है कि अधिकारियों ने उसे अंदर जाने नहीं दिया. वह बाउंड्री वॉल कूदकर वह अंदर जाना चाहता था, जिसमें उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई.
मृतक के पिता ने दी ये जानकारी
मृतक राजकुमार के पिता अच्छेलाल का आरोप है कि बेटा मुख्यमंत्री के जनता दरबार में मिलने आया था. उसने दो बार कोशिश की पर उसको मिलने नहीं दिया गया. कल (मंगलवार) भी वह जनता दरबार में आया था, जिसके बाद उसकी मौत की खबर मिली.
जमीन तो गई ही बेटा भी चला गया
मृतक के पिता अच्छेलाल का आरोप यह भी है कि ग्राम प्रधान राम रतन यादव ने चुनाव में साइकिल पर वोट देने को कहा था, लेकिन अच्छेलाल के परिवार ने भाजपा को वोट दिया था. इसके बाद उनके परिवार की पिटाई की गई थी. इतना ही नहीं, घर के बगल की जमीन जिस पर वो मकान बनवा रहे थे, प्रधान ने कब्जा कर लिया है. थाने से लेकर एसपी तक ने सुनवाई नहीं की तो बेटा फरियाद लेकर मुख्यमंत्री के पास आया था.
सिर व कान से निकल रहे थे खून
राजकुमार के शव का पोस्टमार्टम हुआ तो सिर में बाई तरफ गंभीर चोट के निशान मिले। डॉक्टरों के मुताबिक किसी भारी चीज से सिर पर चोट लगने से ऐसा हो सकता है। राजकुमार के दाएं कान से खून निकला हुआ था। इसे भी डॉक्टर मारपीट की वजह से बता रहे हैं। वहीं सूत्रों का कहना है कि राजकुमार को पॉलिस सोमवार को थाने ले गयी थी। हालांकि गौतमपल्ली इंस्पेक्टर सुखवीर सिंह भदौरिया के मुताबिक बाउंड्री से गिरने से चोट लगने की जानकारी है। इससे ज्यादा कुछ भी बता पाने की स्थित में नही हैं।
लखनऊ के कमिश्नर डीके ठाकुर कहा
लखनऊ कमिश्नर डीके ठाकुर के मुताबिक, राजकुमार जनता दरबार में आने के लिए पीछे बने एक दूसरे मकान की दीवार पर चढ़कर कूदने की कोशिश कर रहा था. इस दौरान गिरने से घायल हो गया. उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. क्या मामला सच में इतना गंभीर है या मामले को दबाया जा रहा है . ये तो वक़्त ही बताएगा हमारी मुहीम बस इतनी है की यह सारा मुद्दा उत्तर प्रदेश के मुख्या मंत्री योगी आदित्यनाथ तक ज़रूर पहुंचे जहाँ लोग cm के सामने अपनी परेशानियों का हल लेने आते है वहां एक अजीब परिस्थियों में युवक की मौत होता हज़म नहीं होती .