महाराष्ट्र में दैनिक अज़ान के दौरान मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाने की मांग जा रही है।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बुधवार को लखनऊ में एक कार्यक्रम में पास की एक मस्जिद से ‘अजान’ की आवाज सुनकर अपना भाषण रोक दिया। पाठक इंदिरा नगर में बाबा भीमराव अंबेडकर पर भाषण दे रहे थे, तभी उन्होंने शाम की अजान सुनी और अपने संबोधन को बीच में ही रोककर चुपचाप खड़े हो गए।

धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए उन्होंने ऐसा किया, जिसे देख मौके पर मौजूद भीड़ ने जमकर तालियां बजाई। विशेष रूप से, मुसलमान इस साल 2 अप्रैल से 2 मई तक रमजान के पवित्र महीने का पालन कर रहे हैं। यूपी के डिप्टी सीएम की ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।

महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर बैन की मांग
वहीं महाराष्ट्र में दैनिक अज़ान के दौरान मस्जिदों में लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाने की मांग जा रही है। मांग सबसे पहले मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने की थी, जिन्होंने महाराष्ट्र सरकार को लाउडस्पीकरों को हटाने की चुनौती दी थी, यह कहते हुए कि अगर लाउडस्पीकर पर बैन नहीं लगाया गया, तो पार्टी मस्जिदों के बाहर ‘हनुमान चालीसा’ का जाप करेगी।

पश्चिम बंगाल में भी, भाजपा सांसद रूपा गांगुली ने मस्जिदों में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल का विरोध करते हुए कहा कि वे धर्म की स्थापना के बाद से चलन में नहीं थे।
लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर्नाटक तक भी पहुंच गई, जो पिछले कुछ महीनों में हिजाब विवाद से शुरू होकर सांप्रदायिक तनाव देख चुका है। जहां कई छात्र स्कूलों में हेडस्कार्फ़ पर प्रतिबंध के विरोध में सड़कों पर उतरे।

हफ्तों बाद, एक और विवाद ने दक्षिणी राज्य में अपनी जगह बना ली, जब मंदिर के अधिकारियों ने त्योहारों के दौरान स्टॉल खोलने के लिए मुस्लिम दुकानदारों को परमिशन नहीं दीं। इस महीने उगाड़ी उत्सव के दौरान, हिंदू कार्यकर्ताओं ने भी हलाल मांस के बहिष्कार की मांग की, भाजपा नेता सीटी रवि ने इसकी बिक्री को ‘आर्थिक जिहाद’ करार दिया।