भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए भारतीय समयानुसार दोपहर 13.30 बजे रूस संघर्षविराम की घोषणा
नई दिल्ली: अभी कुछ दिनों पहले रूस ने संघर्ष विराम की घोषणा की थी जिसके बाद रूस ने यूक्रेन में मानवीय गलियारा खोला था उस समय भारत को भी काफी राहत मिली थी और आज भी भारतीय समय के अनुसार करीब 1:30 रूस ने कहा था की वह संघर्ष विराम करेगा और मानवीय गलियारा खोलेगा और भारत ने 3:00 बजे तत्काल ही ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन के सुमी शहर से बस के माध्यम से पोल्तावा के रास्ते से 694 भारतीय विद्यार्थियों को निकाला है और इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दी है.
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नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास ने ट्वीट कर ये जानकारी दी थी कि सुमी से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी के लिए भारतीय समयानुसार दोपहर 13.30 बजे रूस संघर्षविराम करेगा ताकि मानवीय गलियारा बनाया जा सके. रूस ने ये संघर्ष विराम का एलान इसलिए किया है क्योंकि यूक्रेन में जो स्टूडेंट्स फंसे है उन्हें वहां से निकाला जा सके रूस ने इसके लिए कीव, चर्नेहिव और मारियूपोल में फंसे लोगों को निकालने के लिए कुछ रूट तय किए हैं। साथ ही रूस ने यह भी कहा कि ये संघर्ष विराम तब तक ही रहेगा जब तक यूक्रेन इसका पालन करेगा ।
यूक्रेन और रूस के बीच आज युद्ध का 13 वां दिन हैं इस बीच भारत सरकार ने अपने नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन से अब तक 13 हजार से ज्यादा भारतीयों को स्वदेश ला चुका है. जबकि करीब तीन हजार भारतीय यूक्रेन के पड़ोसी यूरोपीय देशों में सुरक्षित पहुंच चुके हैं सुमी सरकार की चिंता इस बात पर थी कि विद्यार्थियों को कीव से निकालने के बाद अब वह सुमी से भारतीय नागरिक और विद्यार्थियों को सुरक्षित निकाल दे. यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध बहुत गहराता जा रहा है अब भारत सरकार को कूटनीति के माध्यम से रूस से संघर्ष विराम की घोषणा करवाकर यूक्रेन में जितने भी भारतीय नागरिक और विद्यार्थी है उन्हें निकाला जाए लेकिन ये कार्य भारत सरकार को आनन-फानन में करने की जरूरत है क्योंकि अभी तक जो सूचना भारत को मिली है उसके अनुसार युद्ध में कई भारतीय नागरिक भी मारे गये हैं अभी कुछ दिनों पहले एक एमबीबीएस विद्यार्थी नवीन को रूसी सैनिक ने गोली मारकर हत्या कर दी थी अब ऐसे में सरकार को और भी गंभीरता के साथ आपातकाल स्थिति में भारतीय लोगों को निकलना चाहिए ।