
हाल ही में रिलीज़ हुए कश्मीर फाइल्स जो कश्मीरी पंडितों के नरसंहार के ऊपर आधारित थी, जिसने लोगों के रूह को झिंझोर दिया था. लोगों को द कश्मीर फाइल्स इतना पसंद आया की लोगों ने डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री को कश्मीर फाइल्स का दूसरा पार्ट बनाने बोला. तभी हनवाज़ बकाल ने ‘द हिन्दू बॉय’ अज यानी 6 मई को यूट्यूब में रिलीज़ की, और देखते ही देखते द हिन्दू बॉय भी द कश्मीर फाइल्स की तरह सुर्ख़ियों में आ गई. एक ही दन में एक लाख से भी जादा व्यूज बटोरे. लोगों ने फिल्म के मुख्य अभिनेता शरद मल्होत्रा की खूब सराहना की.
फ्लिम कश्मीरी पंडित जेनोसाइड के तीस साल बाद की है, फिल्म के शुरुआत में दो बच्चे खेलते नज़र आते है जिनमे से बिट्टू के टिका लगाने पर उसके पिता उसको डांट कर उसे घर ले जाते हैं. जहाँ मुख्या किरदार बिट्टू (शरद मल्होत्रा) अपने परिवार के साथ बैठ कर कश्मीर वापस जाने के बारे में चर्चा करता नज़र आता हैं. दूसरी तरफ उसका परिवार उसके कश्मीर वापस जाने के फैसले से क्रोधित हो जाते है, जबकि बिट्टू अपने गाँव जाना चाहता था और अपना पुराना घर देखना चाहता था. उससे ये कह कर उसके घर वाले माना कर देते हैं की कश्मीर अब कश्मीरी पंडितों के लिए सुरक्षित नही रहा पर बिट्टू अपनी ज़िद पे अड़ कर अगले सुबह कश्मीर के लिए रवाना हो जाता है.

जम्मू से कश्मीर पहुँचते ही बिट्टू को रस्ते में एक आदमी रोक कर उससे उसका नाम पूछने लगता है पर बिट्टू अपने आप को अली मोहोम्मद बता कर वह से चाल पड़ता है. अपने गाँव के पुरानी गलियों में पहुँचते ही उसको उसके पड़ोसी पहचान लेते है और तिस साल बाद बिट्टू को देख कर पड़ोसीयों का दिल भर आता है पड़ोसी उसका तहे दिल से स्वागत करते है. बिट्टू के कहने पर पड़ोसी उसे उसके पुराने घर ले जाते है. पर वहां से उसे आतंकवादी उठा कर दूसरी तरफ ले आते हैं. बिट्टू के पूछने पर आतंवादी जवाब देता है की उसका पुराना हिसाब बाकी है. ये आतंकवादी और कोई नहीं पहेले दृश्य में दिखाया गया बच्चा था जो बिट्टू के साथ खेल रहा था. जब दोनो की एक दुसरे से मुलाकात होती है तो दोनो अपने अधूरे खेल को पूरा करने के लिए खेलने लगते हैं और इसी तरह बीस मिनट की ये शोर्ट फ्लिम सकारात्मक नोट के साथ ख़तम हो जाती है.