नई दिल्ली: तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से अब तक 21 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 80 हजार से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। तुर्की के दक्षिण में सीरिया सीमा के पास गाजियांटेप में सोमवार को जोरदार भूकंप आया था। तुर्की में आए भूकंप की तीव्रता 7.8 थी। इसके 9 घंटे बाद 7.5 की तीव्रता का दूसरा भूकंप आया था। इसके बाद दो बार और भूकंप के झटके महसूस किए गए। एक की तीव्रता 6 थी और दूसरे की 5.9 थी। बता दें, करीब आठ दशकों बाद तुर्की में इतना भयानक भूकंप आया। इससे पहले 1939 में भी 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इन सबके बीच तुर्की भूकंप में कुछ ऐसे केस सामने आए जिन्हें लोग चमत्कार मान रहे हैं। आपको ऐसे ही 5 चमत्कारों के बारे में बताते हैं।
मलबे के नीचे दबी महिला ने सुरक्षित नवजात को दिया जन्म
उत्तर-पश्चिम सीरियाई शहर में भूकंप के बाद चमत्कार देखने को मिला है। यहां भूकंप के झटकों के बाद ध्वस्त इमारत के मलबे के बीच एक महिला ने बच्ची को जन्म दिया। इसी दौरान वहां रेस्क्यू में जुटी टीम ने जब बच्ची की रोने की आवास सुनी तो उसे सुरक्षित मलबे से निकाला, लेकिन बच्ची के माता-पिता को नहीं बचाया जा सका। बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पूरा परिवार में केवल नवजात शिशु की बची जान
सीरिया में एक छोटे से बच्चे का पूरा परिवार खत्म हो गया। रेस्क्यू टीम ने इस बच्ची को सुरक्षित जगह पहुंचाया।
17 घंटे मलबे में दबे रहने के बावजूद दो भाई- बहन को निकाला सुरक्षित
सीरिया में एक बच्ची अपने छोटे भाई के साथ 17 घंटे तक मलबे के नीचे दबी रही। जब रेस्क्यू टीम उसे बचाने पहुंची तो उसने बातचीत में कहा- अंकल आप मुझे यहां से बाहर निकालिए, मैं आपकी सेवक बनकर रहूंगी। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। दोनों ही बच्चों को रेस्क्यू कर लिया गया है और अब वे सुरक्षित हैं।
7 साल की बच्ची को मलबे के नीचे से सुरक्षित निकाला
तुर्किये के हताय शहर में एक 7 साल की बच्ची को मलबे से बाहर निकाला गया। बच्ची रो रही थी। जैसे ही बच्ची को बाहर निकाला। उसने रेस्क्यू टीम से पूछा- मेरी मां कहां है? बच्ची के परिवार वालों के मिलने की कोई खबर नहीं है।
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