नई दिल्ली: कल रा्हुल गाँधी ने अपना सरकारी आवास खाली कर दिया था। राहुल गाँधी के घर खाली करने के बाद यह बड़ा सवाल था कि राहुल गांधी कहां रहेंगे? राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के घर में रहेंगे। राहुल गाँधी को मानहानि मामले में सूरत कोर्ट से सजा सुनाए जाने के बाद 27 मार्च को 22 अप्रैल तक अपने बंगले को खाली करने के निर्देश दिए गए थे। कोर्ट के निर्देश के 18 दिन बाद राहुल गांधी ने 14 अप्रैल को अपना सरकारी आवास खाली कर दिया। बता दें, राहुल गाँधी मानहानि मामले में 23 मार्च को दोषी ठहराए गए थे। सूरत कोर्ट की निचली अदालत ने मोदी सरनेम मामले में राहुल गांधी को दोषी मानते हुए उनको दो साल की सजा और उनको अयोग्य ठहराते हुए उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी थी।
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अपनी मां सोनिया गांधी के आवास जनपथ में रहेंगे राहुल गाँधी

राहुल गाँधी अपनी मां और कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी के साथ शिफ्ट हो गए हैं, जो फिलहाल उनका नया पता है। अब राहुल गांधी अपनी मां सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ में रहेंगे। बता दें, राहुल गांधी 2019 में केरल के वायनाड से सांसद चुने गए थे। सांसदी जाने के बाद वह बुधवार (12 अप्रैल) को पहली बार वायनाड पहुंचे। जहां उन्होंने मोदी सरकार पर हमला बोला। जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा था कि मेरा घर 50 बार सीज करो, लेकिन मैं जनता के मुद्दे उठाता रहूंगा। आप लोगों को जितना भी डराने की कोशिश करिए, लेकिन फिर भी मैं उनके लिए लड़ता रहूंगा। हम किसी भी धमकी से नहीं डरते हैं।
2004 से 12, तुगलक लेन वाले बंगले में रह रहे थे राहुल गाँधी

राहुल गांधी 12, तुगलक लेन, (नई दिल्ली) वाले बंगले में साल 2004 से रह रहे थे। तब, वो पहली बार अमेठी लोकसभा से सांसद बनकर सदन में आए थे। वो अब तक 4 बार सांसद रह चुके हैं। माने करीब 19 सालों से ये बंगला उनका आधिकारिक आवास रहा है। बता दें, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों, सुप्रीम कोर्ट के जजों, सांसदों और ब्यूरोक्रेट्स को दिल्ली में जो सरकारी आवास दिए जाते हैं, वो लुटियंस जोन में आते हैं। अभी लुटियंस बंगलो जोन 28 वर्ग किमी से ज्यादा दायरे में है। मौजूदा वक्त में लुटियंस जोन में 1 हजार से ज्यादा बंगले हैं, जिनमें से 65 निजी हैं। बाकी बंगलों में बड़े-बड़े नेता, अफसर, जज और सेना के अधिकारी रहते हैं। टाइप IV से टाइप VIII के आवास सांसदों, केंद्रीय मंत्रियों और राज्य मंत्रियों को दिए जाते हैं। पहली बार चुने गए सांसदों को टाइप IV के बंगले मिलते हैं। एक से ज्यादा बार चुने गए सांसद को टाइप VIII बंगला दिया जाता है। टाइप VIII का बंगला सबसे उच्च श्रेणी का होता है। ये बंगले आमतौर पर कैबिनेट मंत्री, सुप्रीम कोर्ट के जज, पूर्व प्रधानमंत्री, पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व राष्ट्रपति और वित्त आयोग के चेयरमैन को मिलते हैं।कैटेगरी के आधार पर ही इन बंगलों में कमरों की संख्या और सुविधाएं का स्तर होता है।
मोदी सरनेम मामले में गई है राहुल गांधी की संसद सदस्यता

बता दें, 2019 में राहुल गाँधी ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है। राहुल गाँधी के इस बयान के खिलाफ बीजेपी नेती पूर्णेश मोदी ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। पूर्णेश मोदी की शिकायत याचिका पर कार्यवाही करते हुए सूरत कोर्ट ने उन्हें दोषी मानते हुए 23 मार्च को उन्हें दो साल की सजा सुनाई थी और 24 मार्च को उन्हें अयोग्य ठहराते हुए उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी थी।