पीएम मोदी ने कहा कि कानून-व्यवस्था को बनाए रखना एक 24*7 वाला काम है लेकिन किसी भी काम में ये भी आवश्यक है कि हम निरंतर प्रक्रियाओं में सुधार करते चलें, उन्हें आधुनिक बनाते चलें।
नई दिल्ली: शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के सूरजकुंड में आयोजित सभी राज्यों के गृह मंत्रियों के दो दिवसीय सम्मेलन को संबोधत किया। अपने संबोधन की शुरुआत में पीएम मोदी ने कहा कि आज कल देश में उत्सव का माहौल है। ओणम, दशहरा, दुर्गापूजा और दीपावली सहित अनेक उत्सव शांति और सौहार्द के साथ देशवासियों ने मनाएं हैं। अभी छठ पूजा सहित कई अन्य त्योहार भी हैं। विभिन्न चुनौतियों के बीच इन त्योहारों में देश की एकता का सशक्त होना, आपकी तैयारियों का भी प्रतिबिंब है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि संविधान में भले कानून और व्यवस्था राज्यों का दायित्व है, लेकिन ये देश की एकता-अखंडता के साथ भी उतने ही जुड़े हुए हैं। हर एक राज्य एक दूसरे से सीखे, एक दूसरे से प्रेरणा लें और देश की बेहतरी के लिए काम करें, यह संविधान की भी भावना है और देशवासियों के प्रति हमारा दायित्व भी है। आपको बता दें, चिंतन शिविर में साइबर अपराध, ड्रग तस्करी, सीमा प्रबंधन,कट्टरपंथ सहित तमाम चुनौतियों पर मंथन हो रहा है।
पीएम मोदी – आने वाले 25 वर्ष देश में एक अमृत पीढ़ी के निर्माण के हैं

पीएम ने कहा कि आजादी का अमृतकाल हमारे सामने हैं। आने वाले 25 वर्ष देश में एक अमृत पीढ़ी के निर्माण के हैं। ये अमृत पीढ़ी ‘पंच प्राणों’ के संकल्पों को धारण करके निर्मित होगी। विकसित भारत का निर्माण, गुलामी की हर सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता, और नागरिक कर्तव्य इन पंच प्राणों का महत्व आप सभी भली-भांति जानते हैं, समझते हैं। ये एक विराट संकल्प है, जिसको सिर्फ और सिर्फ सबके प्रयास से ही सिद्ध किया जा सकता है।
1- विकसित भारत का निर्माण
2- गुलामी की हर सोच से मुक्ति
3- विरासत पर गर्व
4- एकता और एकजुटता
5- नागरिक कर्तव्य
पीएम मोदी – देश का सामर्थ्य बढ़ेगा तो देश के हर नागरिक, हर परिवार का सामर्थ्य बढ़ेगा
मोदी ने आगे कहा कि देश की बेहतरी के लिए काम करना संविधान की भी भावना है और देशवासियों के प्रति हमारा दायित्व है। जब देश का सामर्थ्य बढ़ेगा तो देश के हर नागरिक, हर परिवार का सामर्थ्य बढ़ेगा। यही तो सुशासन है, जिसका लाभ देश के हर राज्य को समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना है। इसमें आप सभी की बहुत बड़ी भूमिका है।
पीएम मोदी – राज्यों को आपस में तालमेल के साथ काम करना चाहिए
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चिंतन शिविर में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, राज्य एक-दूसरे से प्रेरणा लें। उन्होंने कहा कि, राज्यों को आपस में तालमेल के साथ काम करना चाहिए। कई बार केंद्रीय एजेंसियों को कई राज्यों में एक साथ जांच करनी पड़ती है, दूसरे देशों में भी जाना पड़ता है, इसलिए हर राज्य का दायित्व है कि चाहे राज्य की एजेंसी हो, चाहे केंद्र की एजेंसी हो, सभी एजेंसियों को एक-दूसरे को पूरा सहयोग देना चाहिए।
पीएम मोदी- एनडीआरएफ के लिए देशवासियों के मन में सम्मान
मोदी ने कहा कि आज एनडीआरएफ के लिए देशवासियों के मन में काफी सम्मान है। आपदा के समय जैसे ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम पहुंचती है, वैसे ही लोगों को संतोष होने लगता है कि अब एक्सपर्ट पहुंच गए हैं, अब ये अपना काम कर लेंगे। उन्होंने कहा कि अपराध वाली किसी भी जगह पर जैसे ही पुलिस पहुंचती है, लोगों में ये भाव आता है कि सरकार पहुंच गई। कोरोना काल में भी हमने देखा कि किस तरह पुलिस की साख बेहतर हुई थी।
पीएम मोदी – नई टेक्नोलॉजी पर काम करते रहना होगा

पीएम ने कहा कि साइबर क्राइम हो या फिर ड्रोन टेक्नोलॉजी का हथियारों और ड्रग्स तस्करी में उपयोग, इनके लिए हमें नई टेक्नोलॉजी पर काम करते रहना होगा। स्मार्ट टेक्नोलॉजी से कानून-व्यवस्था को स्मार्ट बना पाना संभव होगा। बीते वर्षों में भारत सरकार के स्तर पर कानून व्यवस्था से जुड़े सुधार हुए हैं, जिसने पूरे देश में शांति का वातावरण बनाने का काम किया है। बीते वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों ने भी देश में कानून व्यवस्था को मजबूत किया है। आतंकवाद हो, हवाला नेटवर्क हो, भ्रष्टाचार हो, इस पर देश ने अभूतपूर्व शक्ति दिखाई है। लोगों में विश्वास पनपने लगा है।
पीएम मोदी ‘कानून व्यवस्था को बनाना होगा स्मार्ट’
साइबर क्राइम और आतंकवाद को लेकर पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा- साइबर क्राइम हो या फिर ड्रोन टेक्नोलॉजी का हथियारों और ड्रग्स तस्करी में उपयोग, इनके लिए हमें नई टेक्नोलॉजी पर काम करते रहना होगा। स्मार्ट टेक्नोलॉजी से कानून-व्यवस्था को स्मार्ट बना पाना संभव होगा। बीते वर्षों में केंद्र सरकार के बनाए गए कानूनों ने भी देश में कानून व्यवस्था को मजबूत किया है। आतंकवाद हो, हवाला नेटवर्क हो, भ्रष्टाचार हो, इस पर देश ने अभूतपूर्व शक्ति दिखाई है।
पीएम मोदी – सुरक्षा एजेसियों आपस में तालमेल बढ़ाना होगा

पीएम मोदी ने कहा कि, अब अपराधी दूसरे राज्यों और देशों में बैठकर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। जिसके लिए राज्यों और देशों की सुरक्षा एजेसियों आपस में तालमेल बढ़ाकर अपराध को रोकना है। उन्होंने कहा कि, साइबर क्राइम हो या फिर ड्रोन टेक्नोलॉजी का हथियारों और ड्रग्स तस्करी में उपयोग, इनके लिए हमें नई टेक्नोलॉजी पर काम करते रहना होगा। स्मार्ट टेक्नोलॉजी से कानून-व्यवस्था को स्मार्ट बना पाना संभव होगा।
पीएम मोदी – कानून व्यवस्था को बनाए रखना एक 24*7 वाला काम
पीएम मोदी ने कहा कि कानून-व्यवस्था को बनाए रखना एक 24*7 वाला काम है लेकिन किसी भी काम में ये भी आवश्यक है कि हम निरंतर प्रक्रियाओं में सुधार करते चलें, उन्हें आधुनिक बनाते चलें। बीते वर्षों में केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों ने भी देश में कानून व्यवस्था को मजबूत किया है, आतंकवाद हो, हवाला नेटवर्क हो, भ्रष्टाचार हो, इस पर देश ने अभूतपूर्व शक्ति दिखाई है।
क्या है सम्मेलन का उद्देश्य
सम्मेलन का उद्देश्य उपरोक्त क्षेत्रों में राष्ट्रीय नीति निर्माण और बेहतर योजना एवं समन्वय की सुविधा प्रदान करना भी है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि ‘चिंतन शिविर’ में छह सत्रों में विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी। शिविर के पहले दिन होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा, आग से सुरक्षा और शत्रु संपत्ति आदि कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। वहीं, दूसरे दिन साइबर सुरक्षा, मादक पदार्थों की तस्करी, महिला सुरक्षा और सीमा प्रबंधन जैसे अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
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