नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को दोपहर 12 बजे से हवन पूजन के साथ नव निर्मित नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। दिल्ली में नया संसद भवन पूरी तरह से तैयार हो चुका है। नए ससंद भवन की अपडेट को लेकर एक नई जानकारी सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि नए संसद भवन का नाम बदलकर नया नाम दिया जा सकता है। नया संसद भवन कई मायनों में खास है। इसमें महात्मा गांधी, चाणक्य समेत कई महापुरुषों की मूर्तियां लगाई जाएंगी।
कई मायनों में खास है नया संसद भवन

- पुरानी संसद की बात करें तो इसका आकार गोल है, जबकि नए संसद भवन को तिकोने आकार में डिजाइन किया गया है।
- अभी लोकसभा में 590 और राज्यसभा में 280 लोगों की सिटिंग कैपेसिटी है। जबकि नए संसद भवन की बात करें तो लोकसभा में 888 सीटें हैं और विजिटर्स गैलरी में 336 से ज्यादा लोगों के बैठने का इंतजाम है।
- वहीं, नई राज्यसभा में 384 सीटें हैं और विजिटर्स गैलरी में 336 से ज्यादा लोगों के बैठने की क्षमता है। दोनों सदनों के जॉइंट सेशन के वक्त लोकसभा में ही 1272 से ज्यादा सांसद साथ बैठ सकते हैं।
- नए संसद भवन में अहम कामकाज के लिए अलग ऑफिस बनाए गए हैं, जो हाईटेक सुविधाओं से लैस है।
- कैफे, डाइनिंग एरिया, कमेटी मीटिंग के तमाम कमरों में भी हाईटेक इक्विपमेंट लगाए गए हैं। कॉमन रूम्स, महिलाओं के लिए लाउंज और VIP लाउंज की भी व्यवस्था की गई है।
भवन के बीचोंबीच बना हुआ है संविधान हॉल

नई संसद की सबसे बड़ी विशेषता संविधान हॉल है। ये भवन के बीचोंबीच बना हुआ है। इसके ऊपर अशोकस्तंभ लगा है। कहा जा रहा है कि इस हॉल में संविधान की कॉपी रखी जाएगी। साथ ही महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, सुभाषचंद्र बोस, देश के प्रधानमंत्रियों की बड़ी तस्वीरें भी लगाई गई हैं। बता दें, नई संसद केंद्र सरकार के सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का हिस्सा है। इसका निर्माण 15 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था। इसे बनाने का टेंडर टाटा प्रोजेक्ट को साल 2020 के सितंबर में दिया गया था। नए संसद भवन के आर्किटेक्ट बिमल पटेल हैं। साल 2019 में उन्हें पद्मश्री से नवाजा जा चुका है।
भूकंपरोधी होगा नया संसद भवन

नया संसद भवन पूरी तरह से भूकंपरोधी होगा और इसमें लेटेस्ट डिजिटल टेक्नोलॉजी पर काम होगा। नए संसद भवन के लिए यह प्रोजेक्ट टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड ने तैयार किया है। HCP डिजाइन, प्लानिंग एंड मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने इस नए भवन का डिजाइन तैयार किया है।
कितनी लागत में बना है नया संसद भवन ?

नए संसद भवन को बनाने में करीब 1200 करोड़ रुपए खर्च आया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 दिसंबर, 2020 को नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी। नए भवन में भी लोकसभा के मुकाबले राज्यसभा का आकार छोटा है। राज्यसभा में 384 सांसद बैठ सकेंगे। दोनों सदनों के संयुक्त मीटिंग में कुल 1280 सांसद एक साथ बैठ सकेंगे। नए संसद भवन का क्षेत्रफल 64,500 स्क्वैयर मीटर है। खूबसूरत इमारत के आसपास हरियाली देखने को मिलेगी।
नए ससंद भवन में होंगे तीन प्रवेश द्वार

बता दें, नए संसद में तीन प्रवेश द्वार होंगे, उनका भी नामकरण हो गया है। उन्हें ज्ञान द्वार, शक्ति द्वार और कर्म द्वार से जाना जाएगा। अभी मौजूदा संसद में जो प्रवेश द्वार थे, उनको संख्यात्मक नाम, जैसे- गेट नंबर 1, 2 आदि से जाना जाता था।
नए संसद भवन को बनाने की क्या पड़ी जरुरत ?

नए संसद भवन को लेकर तमाम लोगों के मन में सवाल होगा कि आखिर इसकी जरूरत क्यों पड़ी? तो आपको बता दें कि संसद का वर्तमान भवन 1927 में बनकर तैयार हुआ था, जो अब लगभग 100 साल पुराना होने जा रहा है। इसके दोनों सदनों में सांसदों के बैठने की सुविधाजनक व्यवस्था का भी अभाव था। इस स्थिति को देखते हुए लोकसभा और राज्यसभा, दोनों सदनों ने 5 अगस्त 2019 को सरकार से संसद के नए भवन के निर्माण के लिए आग्रह किया था। इसके बाद 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के नए भवन का शिलान्यास किया।