मिली जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपित अमित असल में अंकुश का भाई है। घटना के बाद रास्ते से ही फोन कर उसने बता दिया था कि कार से कुचलकर एक युवती को मार डाला है।
नई दिल्ली: नए साल पर हुए कंझावला केस पर दिल्ली पुलिस ने कल जानकारी देते हुए बताया था कि अंजली और आरोपितों की पहले से जान पहचान नहीं थी। वे लोग पहले से एक -दूसरे को नहीं जानते थे। इसी के साथ अंजली की तथाकथित दोस्त और पांचों आरोपितों का नार्कों टेस्ट कराने की बात कही थी। दिल्ली पुलिस ने इसके अलावा कंझावला केस में एक और सीन का खुलासा किया था। दिल्ली पुलिस ने कंझावला केस के 5 आरोपित नहीं बल्कि 7 आरोपित होने की जानकारी कल दी थी और आज छठे आरोपित को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार किए गए आरोपित का नाम आशुतोष है यानि कंझावला आरोपित अब मनोज मित्तल, दीपक खन्ना, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और आशुतोष है और अभी सातवें आरोपित अंकुश खन्ना की तलाश दिल्ली पुलिस कर रही है। पुलिस के अनुसार, कार आशुतोष की थी, जिससे इस पूरी वारदात को अंजाम दिया गया था। इसके अलावा निधी के खिलाफ एक और नया खुलासा हुआ है। दरअसल, निधी के खिलाफ आगरा के एक थाने में काफी पहले ड्रग्स तस्करी का एक मामला दर्ज है।

आशुतोष ने कॉल करके बताया था कि कार से एक युवती की हो गई है मौत

मिली जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार आरोपित अमित असल में अंकुश का भाई है। घटना के बाद रास्ते से ही फोन कर उसने बता दिया था कि कार से कुचलकर एक युवती को मार डाला है। इसके बाद आशुतोष व अंकुश ने उसे बचने के तरीके बताए। दोनों ने पांचों आरोपितों को बचाने की कोशिश की थी।
आशुतोष और अंकुश ने की थी सबूतों से छेड़छाड़

आशुतोष और अंकुश ने सबूतों से छेड़छाड़ की थी और पांचों आरोपितों की मदद करने की कोशिश करते हुए उन्हें गलत सुझाव दिया। आरोपितों से पूछताछ, कॉल डिटेल रिकार्ड, लोकेशन और सीसीटीवी फुटेज आदि की जांच से पुलिस को घटना में शामिल दो अन्य आरोपितों के बारे में पता चला।

बात दें, नववर्ष के दिन एक स्कूटी सवार लड़की की 5 कार सवार युवकों की कार से टकरा गई थी और वह 13 किमी तक घसीटते हुए ले गए थे। जिसके बाद उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी।
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