राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका को हराकर लॉन बॉल खेल में देश का पहला स्वर्ण पदक जीता।
नई दिल्ली: भारत में खेल प्रेमियों को लॉन बॉल के बारे में ज्यादा जानकारी नही होगी , लेकिन इस खेल ने मंगलवार को राष्ट्रमंडल खेलों में देश को चौथा स्वर्ण पदक दिलाते हुए एक इतिहास रच दिया है। भारतीय महिला फोर लॉन बॉल टीम ने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 17-10 से हराकर चौथा सवर्ण पदक अपने नाम किया. लवली चौबे, पिंकी, नयनमोनी सैकिया और रूपा रानी टिर्की की टीम ने सवर्ण पदक को हासिल करने के लिए एडी छोटी का जोर लगा दिया. राष्ट्रमंडल खेलों में यह भारत का चौथा स्वर्ण और वेटलिफ्टिंग क्षेत्र के बाहर पहला स्वर्ण था, अब तक भारत 4 गोल्ड मैडल जीत चूका है जिसमे से 3 वेटलिफ्टिंग में जीते गये है.
टीम कि लीडर लवली झारखंड पुलिस में कांस्टेबल है, जबकि रूपा भी रांची की रहने वाली है, जो खेल विभाग में काम करती है। पिंकी डीपीएस आर.के. पुरम में क्रिकेट कोच है, जबकि नयनमोनी असम के एक किसान परिवार से आती हैं और राज्य के वन विभाग में काम करती हैं।

भारत में खेल को मिलेगी मान्यता
खिलाड़ियों को उम्मीद है कि उनकी सफलता भारत में खेल के लिए “दरवाजे खोल देगी“। लवली, जो बुधवार को 42 साल की हो जाएगी, ने कहा कि यह जीत खेल के प्रोफाइल को ऊपर उठाने में एक लंबा सफर तय करेगी। उन्होंने कहा, ‘हम सिर्फ इस टीम के लिए ही नहीं बल्कि भारत के लिए भी कुछ करना चाहते थे। हम जानते थे कि पदक के बिना दरवाजे बंद रहेंगे, अब दरवाजे खुल गए हैं.
कढ़ी मेहनत का नतीजा

“कड़ी मेहनत आखिरकार आज रंग लाई है, हमने इतिहास रच दिया है। नयनमोनी ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका की वापसी के बाद भी टीम ने हिम्मत नहीं हारी और 8-8 से बराबरी कर ली।
पिंकी जो की दिल्ली की रहने वाली हैं, जैसे ही उनके घरवालो को गोल्ड मैडल जीतने की खबर मिली, पूरा परिवार ख़ुशी से झूम उठा और परिवार में चारों तरफ जश्न का माहौल दिखाई दिया.
प्रधानमंत्री ने भी दी बधाई
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके बधाई देते हुए कहा की ‘ भारत की इस इतिहासिक जीत पर पुरे देश को गर्व है .’ उन्होंने पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा की उनकी सफलता आने वाले समय में लोगों को इस खेल के प्रति प्रेरित करेगी.
JP Nadda ने भी ट्वीट करके पूरी टीम को बधाई दी.
Edited by – Deshhit News