यूयू ललित बन सकते हैं भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश, सलमान और 2G केस में रह चुके है वकील

04 Aug, 2022
Deepa Rawat
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जस्टिस ललित कई हाई-प्रोफाइल केसेज़ से जुड़े रहे, जिसमे काला हिरण शिकार मामले में अभिनेता सलमान खान का केस, भ्रष्टाचार के मामले में पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह का केस और अपनी जन्मतिथि से जुड़े एक मामले में पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह का केस भी शामिल है. वह अमित शाह के वकील भी रह चुके हैं.

नई दिल्ली : (Next CJI Uday Lalit) भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमन्‍ना ने भारत के अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति यूयू ललित के नाम की सिफारिश की है. रमन्‍ना भारत के 48वें और वर्तमान मुख्य न्यायाधीश हैं. जस्टिस ललित 49वें CJI बनेंगे. मुख्य न्यायाधीश रमना इसी महीने सेवानिवृत्त हो रहे हैं. 

कौन हैं जस्टिस यू यू ललित

Justice UU lalit

जस्टिस यू यू ललित का पूरा नाम उदय उमेश ललित है. वह भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश हैं. न्यायाधीश के रूप में अपनी पदोन्नति से पहले, उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय में एक सीनियर वकील के रूप में प्रैक्टिस की है. न्यायमूर्ति ललित अब तक सीधे सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नत होने वाले छठे वरिष्ठ अधिवक्ता हैं.

जस्टिस जीएस सिंघवी और जस्टिस एके गांगुली की सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला मामले में जस्टिस ललित को केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) का विशेष अभियोजक (स्‍पेशल प्रॉसिक्‍यूटर) भी नियुक्त किया था.

कई हाई-प्रोफाइल केसेज़ से जुड़ा है नाम

Justice UU lalit

ललित कई हाई-प्रोफाइल केसेज़ से जुड़े रहे हैं. इसमें काला हिरण शिकार मामले में अभिनेता सलमान खान का केस भी शामिल है. उन्होंने भ्रष्टाचार के एक मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और अपनी जन्मतिथि से जुड़े एक मामले में पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह का भी प्रतिनिधित्व किया है.

न्यायमूर्ति यूयू ललित और आदर्श के गोयल की एक सुप्रीम कोर्ट पीठ ने ही अदालतों में सीसीटीवी कैमरों पर कार्यवाही रिकॉर्ड करने की अनुमति दी थी. वह 2017 में तीन तलाक मामले की सुनवाई और इसे असंवैधानित करार देने वाले जजों की बेंच का भी हिस्‍सा रहे हैं.

कैसा रहा है करियर

Justice UU lalit

जस्टिस ललित महाराष्ट्र के रहने वाले हैं. वह जून 1983 में बार में शामिल हुए और 1986 से शीर्ष अदालत में प्रैक्टिस कर रहे हैं. उन्होंने 1986 से 1992 तक पूर्व अटॉर्नी-जनरल, सोली जे. सोराबजी के साथ काम किया. 09 नवंबर 1957 को जन्‍मे जस्टिस ललित जून 1983 में एक वकील के रूप में नामांकित हैं. उन्होने दिसंबर, 1985 तक बॉम्बे उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस की. जनवरी, 1986 से उन्होंने दिल्ली में प्रैक्टिस शुरू कर दी. अप्रैल, 2004 में वह सर्वोच्च न्यायालय द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किए गए. वह दो कार्यकालों के लिए भारत के सर्वोच्च न्यायालय के कानूनी सेवा समिति के सदस्य बने और 13 अगस्त 2014 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश नियुक्त हुए.

Edited By – Deshhit News

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