पत्रकार राणा अयूब पर भारत और संयुक्त राष्ट्र आये आमने-सामने, जानें पूरा मामला

23 Feb, 2022
Deepa Rawat
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जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के मिशन ने भारत में पत्रकार राणा अयूब के खिलाफ कानूनी प्रताड़ना होने का गंभीर आरोप लगाया है. इसके अलावा जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से राणा अयूब पर महिला विरोधी और सांप्रदायिक हमलों के बारे में ट्वीट भी किया गया. इस ट्वीट में कहा गया: “पत्रकार @RanaAyyub के खिलाफ ऑनलाइन लगातार गलत और सांप्रदायिक हमलों की भारतीय अधिकारियों द्वारा तुरंत और पूरी तरह से जांच की जानी चाहिए और उनके खिलाफ न्यायिक उत्पीड़न को तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए.”

इस ट्वीट के साथ ही भारत में एक नए बहस को जन्म दे दिया गया. क्योंकि यह मामला अब अंतरराष्ट्रीय हो चुका था तो भारत ने भी पलटवार करते हुए देरी नहीं की. जिनेवा में भारतीय मिशन ने इस ट्वीट के जवाब में लिखा: “तथाकथित न्यायिक उत्पीड़न के आरोप निराधार और अनुचित हैं। भारत कानून के शासन को कायम रखता है, लेकिन यह भी उतना ही स्पष्ट है कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है. हम उम्मीद करते हैं कि एसआर वस्तुनिष्ठ और सटीक रूप से सूचित होंगे। भ्रामक कहानी को आगे बढ़ाना केवल @UNGeneva की प्रतिष्ठा को धूमिल करता है.”

इस पूरे मामले के बारे में आपको बताएं तो वर्तमान में पत्रकार राणा अयूब के खिलाफ भारत में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में जांच कर रहा है. ईडी का आरोप है की राणा अयूब ने क्राउड फंडिंग के जरिए राहत कार्य के लिए जुटाई राशि को निजी खर्च के लिए इस्तेमाल किया. बता दें की हाल ही में उनके वहां से ईडी ने 1.77 करोड़ रुपयों से अधिक राशि कुर्क की थी.

राणा अयूब

बात करें राणा अयूब की तो वह भारतीय मूल की अंतरराष्ट्रीय पत्रकार हैं और विश्व के कई प्रसिद्ध मिडिया संस्थान में उनके द्वारा लिखी खबरें छपती हैं. सोशल मीडिया पर राणा अयूब आए दिन ट्रॉल्स का शिकार होती रहती हैं. कई बार तो राणा अयूब को रेप और जान से मारने की भी धमकी मिलती है. वर्तमान में राणा अयूब भारत के उन पत्रकारों में से एक हैं जो मोदी सरकार पर हमलावर रहते हैं.

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