एक पिता के लिए सबसे गर्व और ख़ुशी का पल तब होता हैं जब उनके बच्चे जिंदगी में कुछ अच्छा और बड़ा काम करते हैं और जिंदगी में इससे बड़े सोभाग्य की बात और क्या होगी कि एक एयर फ़ोर्स कमोडोर को उन्ही की बेटी के साथ फाइटर जेट प्लेन में एक साथ इन-फार्मेशन उड़ाने को मिले जी हां, एक ऐसा ही कारनामा देखने को मिला हैं जिसमे सिर्फ पिता ही नहीं बल्कि पुरे देश को गर्व हैं.
देश में एक पिता और बेटी ने अनूठा रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया हैं और इसके साथ ही भारतीय वायु सेना में भी एक इतिहास दर्ज हो गया हैं एयर कमोडोर संजय शर्मा ने अपनी बेटी फ्लाइंग ऑफिसर अनन्या शर्मा के साथ इन-फार्मेशन में उड़ान भरी. इसके साथ ही वह भारतीय वायु सेना में ऐसा करने वाली पहली पिता-पुत्री की जोड़ी बन गए हैं और आपको बता दे की भारतीय वायु सेना में ऐसा कोई रिकॉर्ड नहीं हैं जहा एक पिता अपनी बेटी के साथ एक ही फार्मेशन का हिस्सा रहे हो. एयर कमोडोर संजय शर्मा और उनकी बेटी अनन्या शर्मा ने पहली बार 30 मई को भारतीय वायुसेना स्टेशन बीदर में हॉक-132 विमान के इन-फॉर्मेशन में उड़ान भरी थी जिसके बाद उनकी तस्वीरे सोशल मीडिया पर वायरल हो गयी और यह देश के लिए एक एतिहासिक पल बन गया.
फ्लाइंग ऑफिसर शर्मा के नाम एक और उपलब्धी दर्ज हैं वो देश की पहली महिला फाइटर जेट पायलट हैं
2016 में IAF पहली महिला फाइटर पायलट के सेवा में आने के बाद अनन्या ने भी देखा कि सपना अब पूरा करने की बारी आ गई है इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में बीटेक पूरा करने के बाद अनन्या को भारतीय वायुसेना की उड़ान शाखा के प्रशिक्षण के लिए चुना गया, जिसके बाद दिसंबर 2021 में एक फाइटर पायलट के रूप में कमीशन दिया गया.
असल में अनन्या की परवरिश में वायु सेना का बहुत बड़ा प्रभाव हैं पिता के वायु सेना मे होने की वजह से बड़ी होती अनन्या ने अपने पिता को भारतीय वायु सेना में एक लड़ाकू पायलट के रूप में देखा हैं जिसका प्रभाव उनके जीवन पर भी पड़ा और जिसके बाद वो भारतीय वायु सेना में शामिल हो गई ….