5.8 टन के इंजन वाले इस हेलीकॉप्टर को एचएएल ने विकसित किया है. दो इंजनों वाला यह हेलीकॉप्टर हवा से हवा में मार करेगा.
नई दिल्ली : भारतीय वायुसेना ने सोमवार को स्वदेशी लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (एलसीएच) को औपचारिक रूप से अपने बेड़े में शामिल कर लिया है. इसे खासतौर पर पहाड़ी क्षेत्रों में युद्ध करने के लिए विकसित किया गया है.
5.8 टन के इंजन वाले इस हेलीकॉप्टर को एचएएल ने विकसित किया है. दो इंजनों वाला यह हेलीकॉप्टर हवा से हवा में मार करेगा.
इस फ्लीट में चार हेलीकॉप्टर शामिल किए गए हैं. जोधपुर में एक सेरेमनी के दौरान इसे शामिल किया गया. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ एयर स्टाफ एयर मार्शल वीआर चौधरी और अन्य सीनियर सेना के अधिकारी मौजूद थे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण क्षण है जो रक्षा उत्पादन में भारत की क्षमता को दर्शाता है.
एयरफोर्स में शामिल किए गए नए हेलिकॉप्टर हवाई युद्ध में सक्षम है और युद्ध के दौरान धीमी गति से चलने वाले विमानों, ड्रोन और बख्तरबंद स्तंभों से निपटने में सेना की मदद करेगा। समारोह का नेतृत्व राजनाथ सिंह ने किया, जिन्होंने सेना के लिए स्वदेशी प्लेटफॉर्म खरीदने के मामलों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
15 स्वीकृत हेलीकाप्टरों में से 10 भारतीय वायुसेना के लिए और पांच सेना के लिए हैं। अधिकारियों ने कहा कि यह हथियारों और ईंधन के साथ 5,000 मीटर की ऊंचाई से उतर और उड़ान भर सकता है।
लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव के समान है। अधिकारियों ने कहा कि इसमें कई स्टील्थ फीचर्स, आर्मर्ड-प्रोटेक्शन सिस्टम, रात में हमले की क्षमता और बेहतर क्रैश-योग्य लैंडिंग गियर हैं। हेलीकॉप्टर को उच्च ऊंचाई वाले बंकर-बस्टिंग ऑपरेशन, जंगलों और शहरी वातावरण में आतंकवाद विरोधी अभियानों के साथ-साथ जमीनी बलों का सहयोग करने के लिए भी तैनात किया जा सकता है।
इंडियन एयरफोर्स द्वारा चार लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर पहले ही स्वीकार किए जा चुके हैं। अधिकारियों ने कहा कि एयरफोर्स की निकट भविष्य में और लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर खरीदने की योजना है। सेना की बड़े पैमाने पर पहाड़ों में युद्ध की भूमिका के लिए 95 लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर हासिल करने की योजना है।