हाल ही में NASA के वैज्ञानिकों ने चांद पर इंसानों के रहने लायक जगह खोज ली है. वैज्ञानिकों का कहना है कि यहाँ पर तापमान इतना अच्छा है कि इंसान यहां पर रह भी सकते हैं यानी मानव जीवन संभव है. दुनिया भविष्य में चाँद पर कॉलोनी बनाने जैसा नया इतिहास लिखने की ओर बढ़ रही है.
नई दिल्ली: NASA की एक बड़ी खबर सामने आई है. हाल ही में वैज्ञानिकों ने बताया है कि चाँद पर इंसानों के रहने लायक जगह खोज निकली गई है. रिसर्चर्स का कहना है कि ये ऐसे गड्ढे हैं जहां इंसानों के रहने लायक उपयुक्त तापमान है. बता दें ऐसे मानव जीवन के लिए अनुकूल इन गड्ढों को NASA के लूनर रीकॉन्सेंस ऑर्बिटर (LRO) की मदद से खोजा गया है. भविष्य में यहाँ इंसानी बस्तियां बनाई जा सकती है और मानव जीवन को संभव बनाया जा सकेगा.

जियोफिज़ीकल रिसर्च लेटर्स में इन गड्ढों की खोज की रिपोर्ट्स प्रकाशित हुई हैं. इन गड्ढों के अंदर 17 डिग्री सेल्सियस तापमान देखा गया है. सूत्रों के मुताबिक चांद पर ये गड्ढे मेयर ट्रांक्विलिटैटिस यानी सी ऑफ ट्रांक्विलिटी में मिले हैं. ये गड्ढे 328 फीट गहरे हैं. इन गड्ढों का तापमान चांद की बाकी सतह से बदलता हुआ पाया गया है.

NASA के गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के LRO प्रोजेक्ट की वैज्ञानिक नोआ पेट्रो ने कहा कि लूनर पिट्स यानी चांद के गड्ढे बेहद अनोखे हैं. आपको बता दें कि वैसे तो चाँद पर तापमान इतना ज्यादा हो सकता है कि धरती पर पानी उबल जाए. लेकिन ऐसे में खोजे गए इन गड्ढों में रहने लायक तापमान और स्थितियों का होना काफी हैरान कर दने वाला है.
वैज्ञानिक नोआ पेट्रो का कहना है कि लूनर पिट्स की खोज पहली बार साल 2009 मे की गई थी. अगर इनका तापमान लगातार स्थिर रहता है तो यहां इंसानी कॉलोनी बनाना मुमकिन होगा. उन्होंने बताया कि यह गड्ढे छिछले हो सकते हैं लेकिन पिट्स वर्टिकली सीधी गहराई वाले होते हैं. अगर इनके जाने का रास्ता मिले तो इनके अंदर एस्ट्रोनॉट्स अपने रहने की जगह बना कर मानव जीवा के इतिहास में एक नई और अनोखी कड़ी जोड़ सकते हैं. यहां पर सोलर रेडिएशन, घटते-बढ़ते तापमान और छोटे उल्कापिंडों के टकराने का डर नहीं रहता. ये चांद की सतह से ज्यादा सुरक्षित होते हैं. ऐसे में यह खोज बहुत अद्भुत और कामगार साबित हो सकती है.