नई दिल्ली: गृहमंत्री अमित शाह का कांग्रेस के खिलाफ एक बड़ा बयान सामने आया है। अमित शाह का यह बयान उस समय सामने आया है। जब राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने पर कांग्रेस के पैरों तले जमीन खिसक गई है। अब ऐसे समय में गृहमंत्री का यह बयान कांग्रेस के लिए नई परेशानी पैदा कर सकता है। दरअसल, एक टीवी कार्यक्रम में गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस के शासन के दौरान उनके ऊपर किए गए टार्चर का जिक्र किया है।
सीबीआई पूछताछ के दौरान पीएम मोदी का नाम लेने का दबाव डाल रही थी – गृहमंत्री

अमित शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा – जब वह गुजरात के गृहमंत्री थे। उन दिनों देश में कांग्रेस केंद्र की सत्ता में थी और सीबीआई ने उसके इशारे पर उनके खिलाफ केस दर्ज करके उनको बहुत टॉर्चर किया था। गृहमंत्री ने आगे बताया उनके गृहमंत्री रहते हुए राज्य में एक मुठभेड़ हो गई थी और कांग्रेस के इशारे पर सीबीआई उन पर पूछताछ के दौरान पीएम मोदी का नाम लेने का दबाव डाल रही थी। उन्होंने कहा, 90 प्रतिशत सवालों में यही था कि काहे परेशान हो रहे हो मोदी का नाम ले लो, और हम आपको छोड़ देंगे।
मेरे ऊपर तो राजनीतिक प्रतिशोध के तहत कार्रवाई की गई थी – अमितशाह

अमित शाह ने आगे कहा, मेरे ऊपर कोई भ्रष्टाचार का केस नहीं था, मेरे ऊपर कोई बदजुबानी का केस नहीं था। मेरे ऊपर तो राजनीतिक प्रतिशोध के तहत कार्रवाई की गई थी। उन्होंने कहा, उस समय यही सोनिया गांधी के नेतृत्व में यूपीए सरकार चल रही थी, यही चिदंबरम देश के गृहमंत्री थे, यही मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे। तब इन लोगों ने कोई विरोध नहीं किया।
मुझे इस देश की अदालत ने न्याय दिया था – अमितशाह

गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, मुझे इस देश की अदालत ने न्याय दिया था। उन्होंने कहा, मुंबई की कोर्ट ने कहा कि सीबीआई ने राजनीतिक इशारों पर मुझ पर यह केस किया था। इसलिए हम अमित शाह पर लगे आरोपों को खारिज करते हैं।
राहुल को उपरी अदालत में जाना चाहिए – गृहमंत्री

गृहमंत्री अमित शाह ने आगे कहा, राहुल गांधी को और कांग्रेस को प्रदर्शन करने की बजाए अदालत में दोषी ठहराए जाने के खिलाफ ऊपरी अदालत में जाना चाहिए लेकिन वह इसके लिए पीएम मोदी पर आरोप लगाने की कोशिश कर रहे हैं। गृहमंत्री ने इसके अलावा कहा- राहुल गांधी को तो अदालत की माफी भी नहीं चाहिए। जर्मनी ने भी हाल ही में राहुल गांधी को हाईकोर्ट में अपील करने की सलाह दी है। बता दें, 2019 मानहानि मामले में राहुल गांधी को दोषी मानते हुए उन्हें दो साल की जेल और उनकी लोकसभा सदस्यता को 6 साल के लिए रद्द कर दिया गया। बहरहाल, राहुल गांधी को दो साल की सजा मिलने पर तुरंत ही बेल मिल गई थी लेकिन लोकसभा सदस्यता रद्द हो जाने के फलस्वरुप राहुल गाँधी अब कोई भी चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। राहुल गांधी के लोकसभा सदस्यता रद्द हो जाने पर बौखलाई कांग्रेस ने बीते दिनों लगातार विरोध प्रदर्शन किया। विरोध में सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत विपक्ष के तमाम सांसद सदन में काले कपड़े पहनकर पहुंचे थे। सोनिया गांधी भी काले बॉर्डर की साड़ी पहनकर पहुंचीं थी।
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