नई दिल्ली: चीन में ओमिक्रॉन का BF.7 वेरियंट का खौफ बढ़ रहा है। इस वेरियंट के कारण चीन में सरकार के मुताबिक, 20 दिसंबर को वहां 2400 केस आए और 4 मौतें हुईं। बता दें, भारत में भी BF.7 वेरिएंट की एंट्री हो चुकी है, जनवरी 2022 में भारत में कोरोना की लहर ओमीक्रॉन के BA.1 और BA.2 सब-वेरिएंट से आई थी। वर्तमान में एक वेरिएंट XBB भारत में सबसे ज्यादा खतरनाक माना जा रहा है और इसी के चलते भारत में नवंबर माह में 65.6 फीसदी मामले मिले थे। गुजरात में दो तो ओडिशा में एक मरीज BF.7 वेरिएंट से पीड़ित मिला है।
कैसे फैलता है? ओमिक्रॉन का BF.7 वेरियंट का सक्रंमण
यह कोविड से संक्रमित हो चुके लोगों और टीका लगवा चुके लोगों को भी बीमार बनाता है। यह एक शख्स से दूसरे में कहीं जल्दी ट्रांसफर होता है। लक्षण भी पुराने वेरिएंट्स के मुकाबले जल्दी सामने आ जाते हैं।
BF.7 वेरिएंट कितना खतरनाक है ?
BF.7 का री-प्रॉडक्शन नंबर (RO) 10-18.6 है। यानी इस वेरिएंट से प्रभावित मरीज औसतन 10 से 18.6 लोगों तक कोरोना फैलाने में सक्षम है। आमतौर पर ओमिक्रॉन का औसतन RO 5.08 पाया गया है। शायद यही वजह है कि चीन में कोरोना केस घंटों में दोगुने हो रहे हैं।
BF.7 वेरिएंट के लक्षण क्या हैं?
BF.7 के लक्षणों में सर्दी, खांसी, बुखार, गले में खराश, हरारत, उल्टी, दस्त, कमजोरी, हरारत, थकान लगना शामिल हैं। कमजोर इम्यूनिटी वाले मरीजों के लिए यह घातक साबित हो सकता है।
किस- किस देश में फैला? ओमिक्रॉन का BF.7 वेरिएंट
BF.7 वेरिएंट के केस भारत, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, बेल्जियम, फ्रांस और डेनमार्क में भी देखे गए हैं। चीन की तुलना में इन देशों में यह वेरिएंट सामान्य ही रहा है। अमेरिका में 10 दिसंबर तक कुल संक्रमण में इसकी भागीदारी महज 5.7 फीसदी थी। जानकारों के मुताबिक, कमजोर इम्युनिटी और वैक्सीनेशन का न होना, चीन में इसके तेजी से फैलने की वजह हो सकता है।
Edit By Deshhit News