पेट्रोल और डीजल के साथ-साथ CNG में बढ़ोतरी का असर अब सार्वजनिक यातायात पर भी पड़ने लगा है. ओला और उबर ने पहले ही अपने किराए में बढ़ोतरी कर दी है तो राजधानी दिल्ली में ऑटो रिक्शा यूनियन भी किराए में बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं.
नई दिल्ली: पिछले एक महीने में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हुई है. वहीं CNG की कीमतों में भी कई बार बढ़त देखी जा रही हैं. ऐसे में ऑटो रिक्शा चालकों के सामने भी रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है. दिल्ली में कई ऑटो चालक यूनियन ने किरायों में बढ़ोतरी के लिए सरकार से मांग कर रहे हैं. इसी संदर्भ में दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा है कि जल्दी ही इसके लिए परिवहन विभाग एक कमेटी गठित होगी और तमाम मांगों को लेकर अपनी सिफारिशें सरकार को सौंपेगें.

औपचारिक बयान जारी करते हुए दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा है कि बढ़ती तेल की कीमतों के चलते ऑटो टैक्सी यूनियन किराए पर पुनर्विचार करने की मांग कर रहे हैं जिसे केजरीवाल सरकार समझती है और इसके लिए जल्दी ही परिवहन विभाग एक कमेटी बनाएगा और अपनी रिपोर्ट सरकार को देगा.

जाहिर है कि दिल्ली में जल्द ही ऑटो रिक्शा का किराया भी बढ़ सकता है जिसका सीधा असर आम आदमी के जेब पर होगा. सालों से दिल्ली में ऑटो-टैक्सी के किराए में बढ़ोतरी नहीं हुई है, लेकिन पेट्रोल-डीजल और CNG की कीमतें पिछले दिनों जिस तरह से बढ़ी हैं, उससे ऑटो टैक्सी चालकों के लिए भी मुश्किल खड़ी हो गई हैं…. ऐसी महंगाई में जरूरतों को देखते हुए उन्होंने दिल्ली सरकार से मांग की है कि किरायों पर पुनर्विचार किया जाए.
22 मार्च के बाद से बढ़ रहे हैं पेट्रोल-डीजल के दाम

बता दें कि उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद 22 मार्च से पेट्रोल और Diesel के दाम लगातार बढ़ने शुरू हुए. कभी 80 पैसे, कभी 50 पैसे करके अब तक इनके दाम में करीब-करीब 10 रुपये प्रति लीटर बढ़ चुके हैं. अगर सिर्फ दिल्ली के रेट के हिसाब से देखें तो 21 मार्च 2022 को राजधानी में पेट्रोल का भाव 95.41 रुपये प्रति लीटर था. जबकि 15 अप्रैल 2022 को ये दाम 105.41 रुपये प्रति लीटर पर आ गया है. जबकि डीजल के दाम तब 87.67 रुपय प्रति लीटर थे, जो अब 96.67 रुपये प्रति लीटर हो चुके हैं. ये हालात तो दिल्ली की है. वरना मुंबई में पेट्रोल 120.51 रुपये और डीजल 104.77 रुपये प्रति लीटर तक मिल रहा है.

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी के पीछे तर्क ये है कि कि इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं. वहीं रूस और यूक्रेन के युद्ध ने आग में घी डालने का काम किया है. अगर कोई व्यक्ति 22 मार्च से पहले पेट्रोल पर महीने का 2,000 रुपये खर्च कर रहा था. तो अब उसे दिल्ली में उतने ही पेट्रोल के लिए करीब 2,200 रुपये खर्च करने होंगे.
CNG ने भी रुलाया

गैस के नाम पर सिर्फ एलपीजी और पीएनजी ने ही आम आदमी को नहीं रुलाया है. बल्कि पेट्रोल और डीजल का सस्ता विकल्प मानी जाने वाली CNG भी लोगों को ‘आंसू गैस’ जैसी लगने लगी है. दिल्ली में मार्च के महीने में 8 तारीख को सीएनजी की कीमत (CNG Price Hike) 50 पैसे प्रति किलोग्राम बढ़ाई थी. तब इसका भाव 57.51 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया था. उसके बाद इसकी कीमतों में कई बार इजाफा किया गया है और 14 अप्रैल 2022 को दिल्ली में इसका भाव 71.61 रुपये प्रति किलोग्राम तक आ गया है. यानी 2 महीने से भी कम वक्त इसकी CNG 14.10 रुपये प्रति किलोग्राम महंगी हो चुकी है.