दिल्ली: एक बार फिर आपस में भिड़े जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्र, आपातकालीन वार्ड के बाहर की फायरिंग

30 Sep, 2022
Deepa Rawat
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jamia Miliya islamiya university delhi

दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के बीच फायरिंग की घटना सामने आई है. बताया जा रहा है कि छात्रों के दो गुटों के बीच विवाद हुआ, जिसमें कुछ छात्र घायल हो गए. घायल छात्र इलाज कराने के लिए होली फैमिली अस्पताल पहुंचे. यहां दूसरे गुट के छात्र पहुंच गए और फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें एक गोली एक छात्र को छूकर निकली.

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में छात्रों के दो गुट आपस में भिड़ गए. बात यहां तक पहुंच गई कि एक गुट ने दूसरे गुट पर फायरिंग तक कर दी, जिसमें एक छात्र घायल हो गया. हालांकि उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है.

पुलिस के मुताबिक जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के दो गुटों के बीच झगड़ा हुआ. इसमें कुछ छात्र घायल हो गए. इन्हें इलाज के लिए होली फैमिली अस्पताल ले जाया गया. एक गुट के छात्रों का इलाज चल रहा था कि यहां फिर दूसरे गुट के छात्र पहुंच गए और फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग के दौरान एक गोली एक छात्र को छूकर निकली, उसे घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया. 

जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी

पुलिस ने घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि रात करीब साढ़े आठ बजे जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में छात्रों के दो समूहों के बीच लड़ाई हुई थी. घटना में यूपी के मेरठ जिले के निवासी छात्र नोमान चौधरी (26) के सिर पर गंभीर चोट आई. जिसे इलाज के लिए होली फैमिली अस्पताल में फ़िलहाल भर्ती कराया गया है.

नौमान चौधरी का दोस्त नौमान अली अस्पताल में मौजूद था. इस बीच, दूसरे समूह का छात्र हरियाणा के मेवात का निवासी जलाल अपने दोस्तों के साथ अस्पताल आया और और आपातकालीन वार्ड के बाहर नौमान अली पर गोलीबारी कर दी. गोली नौमान अली की सिर से सटकर निकली. घायलों को एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया. 

Delhi Police

बता दें कि हाल ही में पुलिस ने जामिया नगर इलाके में धारा 144 लगाई थी. इसे 19 सितंबर से 17 नवंबर तक लगाया गया था. इस दौरान जामिया यूनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों को सर्कुलर भी जारी किया था. सर्कुलर में छात्रों को हिदायत दी गई थी कि छात्र कैंपस के अंदर या बाहर समूह में इकट्ठा ना होने का ज़िक्र किया गया था. 

सर्कुलर में कहा गया था कि अगर कोई कानून तोड़ेगा तो यूनिवर्सिटी उसके खिलाफ सख्त एक्शन लेगी. ये एडवाइजरी खासतौर पर साउथ-ईस्ट दिल्ली में जारी की गई थी. दरअसल, इस इलाके में धरने-प्रदर्शन की आड़ में बड़ी साजिश की आशंका जताई गई थी. 

दिल्ली पुलिस ने 60 दिनों तक जामिया यूनिवर्सिटी के आसपास विशेष तौर पर मशाल और कैंडल मार्च जैसे प्रदर्शनों पर रोक लगाने का आदेश जारी किया था. 

Edited By Deshhit News

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