Colours For Happiness: रंगों से ऐसे दूर करें बुरे और नकारात्मक प्रभाव

12 Mar, 2022
Deepa Rawat
Share on :
colour of happiness

Colours For Happiness: आपने किस रंग के कपड़े पहने है, इससे आपके व्यक्तित्व (Personality) को समझा जा सकता है. रंगों के ऊपर हुए विभिन्न शोधों से पता चलता है कि अलग-अलग तरह के रंग अलग-अलग ग्रहों के अशुभ और नकारात्मक प्रभाव को दूर करने में सहायक होते हैं. रंगों का हमारे जीवन में काफी महत्व होता है. रंगों से अपने शरीर और घर पर पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है.

Colours For Happiness

नई दिल्ली: Colours For Happiness: हमारे जीवन में रंगों (Colours) का एक विशेष महत्व होता है. आपने किस रंग के कपड़े पहने हैं. इससे आपके व्यक्तित्व (Personality) को समझा जा सकता है. रंगों के ऊपर हुए विभिन्न शोधों से पता चलता है कि अलग-अलग तरह के रंग अलग-अलग ग्रहों के अशुभ और नकारात्मक प्रभाव को दूर करने में सहायक होते हैं. रंगों का हमारे जीवन में काफी महत्व होता है. रंगों से अपने शरीर और घर पर पड़ने वाले नकारात्म प्रभाव को कम किया जा सकता है. रंगों के इस्तेमाल से कई बीमारियों और समस्याओं से छुटकारा प्राप्त किया जा सकता है, आइए आज की इस कड़ी में आपको बताते हैं विभिन्न रंगों से जीवन (Life) में पड़ने वाले प्रभावों के बारे में

रंगों का महत्व

यदि बात करें अंक ज्योतिष की तो इसके आधार पर यदि आपके ऊपर एक अंक का प्रभाव कम हो तो आप सुनहरा पीला, गुलाबी या भूरे रंग का इस्तेमाल कर सकते हैं. किसी भी व्यक्ति पर एक अंक का प्रभाव कम होने से आंख, हड्डी या हृदय के रोग होने की संभावना बढ़ जाती है, और यदि किसी व्यक्ति की जन्म पत्री में गुरु की स्थिति अच्छी ना हो या फिर 3 अंक का प्रभाव उसकी जन्मपत्री में कम नजर आता है तो ऐसे व्यक्ति को लीवर से संबंधित बीमारियां, वंश की वृद्धि में कमी और ज्ञान की कमी रहती है.

Holi Festival 2022

ऐसे व्यक्ति को केसरिया रंग, पीला या क्रीम कलर का इस्तेमाल करना चाहिए. इसी के साथ यदि आप की जन्मपत्री में राहु कमजोर हो या 4 अंक का प्रभाव कम हो तो ऐसे व्यक्ति को स्नायु तंत्र से संबंधित बीमारियां जैसे लकवा, पोलियो जैसी बीमारियां हो सकती हैं, इस स्थिति मैं आपको नीले रंग का इस्तेमाल करना चाहिए.

यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह कमजोर अवस्था में हो या फिर उस व्यक्ति पर 5 अंक का प्रभाव कम हो तो ऐसे व्यक्ति में बुद्धि विवेक की कमी रहती है. इस प्रकार के व्यक्ति को जितना हो सके उतना हरे रंग का इस्तेमाल करना चाहिए. यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में केतु की स्थिति कमजोर हो या 7 अंक का प्रभाव कम हो तो ऐसे व्यक्ति को घाव, जख्म, फोड़े-फुंसी होने की शिकायत बनी रहती है. ऐसे व्यक्ति को धूसर रंग का इस्तेमाल करना चाहिए.

होला का प्रभाव

इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि की स्थिति ठीक ना हो या अंक 8 का प्रभाव कम हो तो ऐसे व्यक्ति को मानसिक अशांति के साथ गठिया की शिकायत भी होती है. इन सभी के निवारण के लिए ऐसे व्यक्तियों को काला और ग्रे कलर का इस्तेमाल ज्यादा करना चाहिए.

होला के उपाय

यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति कमजोर दिखाई दे या 9 अंक का प्रभाव कम हो तो ऐसे व्यक्तियों में स्फूर्ति व उत्साह की कमी देखने को मिलती है. ऐसे व्यक्तियों को चमकीला, गुलाबी या नारंगी रंग का अधिक से अधिक उपयोग करना चाहिए.

News
More stories
होली पर क्या क्या मिल रहें हैं ऑफर, जाने यहाँ