देहरादून: 10 मई से आरंभ हुई चार धाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के मद्देनजर 15 दिनों के लिए वीआईपी दर्शन पर अस्थायी रोक लगा दी गई है। इस निर्णय के चलते, कांग्रेस ने प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री पर अधूरी तैयारियों और वीआईपी दर्शनों के अभाव को लेकर निशाना साधा है।
प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल सिंह बिष्ट ने इसे सरकार की विफलता बताया और यह भी उल्लेख किया कि जब मुख्यमंत्री और अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी वीआईपी दर्शन के लिए पहुंचे, तो इस रोक का क्या औचित्य रह जाता है।
दूसरी ओर, भाजपा ने कांग्रेस पर चार धाम यात्रा को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया और वीआईपी दर्शन पर रोक को एक मुख्य सेवक के तौर पर मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता का प्रतीक बताया। भाजपा का कहना है कि सभी व्यवस्थाएं सुचारू हैं और कांग्रेस को इस मुद्दे पर बयानबाजी से बचना चाहिए।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि चार धाम यात्रा के आयोजन में वीआईपी दर्शन का मुद्दा एक राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है। जहां एक ओर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वीआईपी दर्शन पर रोक लगाने का निर्णय हुआ है, वहीं राजनीतिक दल इसे अपने-अपने तर्कों से देख रहे हैं। इस बीच, यात्रा की सफलता और श्रद्धालुओं की सुरक्षा और संतुष्टि सबसे महत्वपूर्ण पहलू बनी हुई है।
Shubham Kotnala