नई दिल्ली: गुरुवार यानि 11 मई को असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने “द केरला स्टोरी” फिल्म को देखा। फिल्म देखने के बाद हिमंता बिस्व सरमा ने कहा कि मैं भारत के लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वे “द केरला स्टोरी” को अपने परिवारों के साथ देखें, खासकर अपनी बेटी के साथ। इसके अलावा असम के सीएम ने विपक्षी पार्टियों को आड़े हाथ लिया और ‘द केरला स्टोरी’ को राज्य में बैन करने पर निशाना साधा। दरअसल आपको बता दें, पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने राज्य में ‘द केरला स्टोरी’ को बैन किया है। फिल्म को बैन करने पर ममता ने कहा था कि ‘द केरला स्टोरी’ पर प्रतिबंध को नफरत और हिंसा की किसी भी घटना से बचने और राज्य में शांति बनाए रखने के लिए बैन किया गया है। पश्चिम बंगाल के अलावा फिल्म को तमिलनाडु में भी बैन किया गया है।
केरला स्टोरी आतंकवाद को उजागर करती है – हिमंता बिस्व सरमा

फिल्म देखने के बाद CM सरमा ने कहा कि यह फिल्म केरल में धर्मांतरण और आतंकी समूह आईएसआईएस से भर्ती की जा रही युवा लड़कियों की कहानी बताती है। केरला स्टोरी आतंकवाद को उजागर करती है। यह फिल्म दुनिया में आतंकवाद और जिहाद और धर्म के नाम पर आतंकवादी शिविरों के अंदर क्या चल रहा है, इसका पर्दाफाश करती है। इसमें आतंकवादी समूहों से एक मासूम महिला को मोहरे के रूप में इस्तेमाल किए जाने की कहानी दिखाई गई है।
इस फिल्म का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है – हिमंता बिस्व सरमा

सरमा ने कहा कि फिल्म इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के बारे में बात कर रही है। साथ ही यह मुसलमानों के खिलाफ नहीं है। सीएम ने आगे कहा कि इस फिल्म का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। यह फिल्म आतंकवाद के असली डिजाइन को ही उजागर करती है, जो हमारे देश में है। असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि केरल के लोगों को, चाहे वे किसी भी धर्म के हों, आतंकवादी संगठनों द्वारा मासूम लड़कियों के इस्तेमाल के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।
“द केरला स्टोरी” को अपने परिवारों के साथ देखें, खासकर अपनी बेटी के साथ – हिमंता बिस्व सरमा

सरमा ने कहा कि वैश्विक स्तर पर लोगों के कुछ वर्ग जो केरल के निर्दोष लोगों के मन में एक कहानी बताने की कोशिश कर रहे हैं। सरमा ने अपने राज्य की तुलना भी की और कहा कि लड़कियों के आतंकवाद में शामिल होने के मामले असम में न के बराबर हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि, जहां लड़कियों को धर्मांतरित किया गया था और उन्हें अपना धर्म बदलने के लिए प्रेरित किया गया था क्योंकि वे किसी से प्यार में पड़ गई थीं। सरमा ने आगे कहा कि धर्म की रक्षा करो और सभ्यता की रक्षा करो। जिससे तुम एक अच्छा जीवन जीवन जी सके। इसके अलावा मैं भारत के लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वे “द केरला स्टोरी” को अपने परिवारों के साथ देखें, खासकर अपनी बेटी के साथ।
बंगाल सरकार के लोगों को फिल्म पर प्रतिबंध लगाने से पहले इसे देखना चाहिए था – हिमंता बिस्व सरमा

सरमा ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा “द केरल स्टोरी” फिल्म पर बैन काफी गलत कदम है। उन्होंने कहा कि ये फिल्म मुस्लिम समुदाय की लड़कियों के साथ सभी मासूम लड़कियों के खिलाफ रची गई साजिश को दिखाती है, इससे किसी भी राज्य में कानून व्यवस्था को नुकसान नहीं हो सकता है। सरमा ने आगे कहा कि बंगाल सरकार के लोगों को फिल्म पर प्रतिबंध लगाने से पहले इसे देखना चाहिए था। बता दें कि सुदीप्तो सेन द्वारा निर्देशित फिल्म में आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट द्वारा लड़कियों के अपहरण और भर्ती की कहानी को दर्शाया गया है।