नई दिल्ली: बीते रविवार की सुबह को नेपाल के पोखरा में हुए विमान हादसे में अभी तक 68 यात्रियों की मौत हो चुकी है। दुर्घटनाग्रस्त विमान में 68 यात्री और चालक दल के चार सदस्य सवार थे। विमान में 15 विदेशी नागरिक भी सवार थे। इनमें पांच भारतीय, चार रूसी, दो कोरियाई के अलावा आस्ट्रेलिया, फ्रांस, अर्जेंटीना, इजराइल के एक-एक नागरिक थे। दुर्घटना में जान गंवाने वाली विमान की को-पायलट अंजू खतिवड़ा की कहानी ऐसी है। जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगी। बता दें, को-पायलट के तौर पर ये अंजू खतिवड़ा की आखिरी उड़ान थी, लेकिन इस उड़ान के साथ ही उनकी जिंदगी का सफर भी खत्म हो गया। दरअसल, विमान के सकुशल लैंडिंग होने पर अंजू का प्रमोशन होना था। अंजू को-पायलट से कैप्टन बनने वाली थीं, लेकिन लैंडिंग से कुछ ही मिनटों पहले विमान क्रैश हो गया। इस विमान को सीनियर कैप्टन कमल केसी उड़ा रहे थे। अंजू इस विमान में को-पायलट थीं। गौरतलब है कि यति एयरलाइंस का दो इंजन वाला एटीआर 72 विमान लैंडिंग से चंद मिनट पहले पहाड़ी से टकराकर क्रैश हो गया। हादसे की वजह विमान में तकनीकी खराबी बताई जा रही है।

अंजू के पति दीपक पोखरेल की जान भी विमान हादसे में हो गई थी। करीब 16 साल पहले भी यति एयरलाइंस का विमान क्रैश हुआ था। दीपक भी विमान में को-पायलट के तौर पर मौजूद थे, लेकिन हादसे में उनकी जान चली गई। ये हादसा 21 जून 2006 को हुआ था। विमान ने तब नेपालगंज से सुर्खेत के लिए उड़ान भरी थी। इस हादसे में 4 क्रू मेंबर समेत 10 लोगों की जान चली गई थी।
नेपाल प्लेन क्रैश का इतिहास….
आपकों बता दें जुलाई 1992 में नेपाल में सबसे बड़ा विमान हादसा हुआ था। विमान में सवार 167 लोगों की मौत हो गई थी। ये विमान पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का था। जो काठमांडू इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।

साल 2011 में बुद्ध एयर फ्लाइट विमान हादसे में सभी 22 यात्री हादसे का शिकार हो गए थे। ये दुर्घटना 25 सितंबर 2011 को हुई थी।यह फ्लाइट नेपाल के ललितपुर में हुई थी। जिनमें 10 भारतीय नागरिक भी शामिल थे।
सितंबर 2012 में सिता एयर फ्लाइट 601 के क्रैश होने के बाद नेपाल में 19 लोगों की मौत हो गई थी। यह हादसा काठमांडू में हुआ था। इस साल की शुरुआत में और विमान हादसा हुआ था। जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई थी।
फरवरी 2016 में पोखरा में एक बड़ा विमान हादसा हुआ था। जिसमें 23 लोग सवार थे। कोई भी नहीं बचा था। विमान का मलबा बाद में नेपाल के म्यागदी जिले में मिला था।

US-बांग्ला एयरलाइंस का एक 76-सीटर विमान त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरते समय 12 मार्च 2018 कोदुर्घटनाग्रस्त हो गया था।हादसे में 51 लोगों की मौत हो गई थी। इस विमान में 71 लोग सवार थे।
2019 में एयर डायनेस्टी कंपनी का हेलिकॉप्टर एक पहाड़ी से टकरा गया था। यह हेलिकॉप्टर काठमांडू की तरफ जाते समय भटक गया था। इसमें नेपाल के पर्यटन मंत्री रवीन्द्र अधिकारी और उद्यमी आंग छिरिंग शेरपा सहित 7 लोगों की मौत हो गई थी।

29 मई 2022 को तारा एयरलाइन का विमान हुआ था। इस हादसेमें चार भारतीयों समेत सभी 22 लोगों की मौत हो गई थी। इस विमान ने सुबह 9.55 बजे उड़ान भरी थी लेकिन छह घंटे बाद इसका सुराग पता चला था।
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