नई दिल्ली: तुर्की और सीरिया में आए भूकंप से अब तक 34,179 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं , 72,000 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं। तुर्की में मरने वालों की संख्या 29,605 तक पहुंच गई है। वहीं, सीरिया में मरने वालों की संख्या 4,574 होने की पुष्टि हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा कि भूकंप से लगभग 2.6 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, अलग-अलग संगठनों के करीब 32,000 से अधिक लोग रेस्क्यू में जुटे हैं। तुर्की और सीरिया में 7.8 तीव्रता के भूकंप ने सबको कुछ तहस- नहस कर दिया लेकिन क्या आपको पता है? कि दुनिया का सबसे ज्यादा तीव्रता का भूकंप कब और कहां आया था?
वाल्दीविया में आया था अब तक का सबसे भयंकर भूकंप
दुनिया में अब तक 9.5 तीव्रता का भूकंप एक ही बार आया है, जो चिली के वाल्दीविया में 1960 में आया, इतनी ज्यादा तीव्रता का भूकंप ना तो उससे पहले आया और ना ही उसके बाद आया। इससे सूनामी की भयंकर लहरें उठीं और दुनियाभर में दूर- दूर तक समुद्र के किनारे के इलाके इससे प्रभावित हुए।
1960 में आया था ग्रेट चिलियन भूंकप
वाल्दीविया, चिली का समुद्र तटीय इलाका है। जहां 1960 में भयकंर भूकंप आया। ये 9.5 तीव्रता का था। इसे आज भी ग्रेट चिलियन भूंकप कहा जाता है। ये 22 मई 1960 के दिन आया था। रिकॉर्ड्स यही कहते हैं कि ये दुनिया में आया अब तक का सबसे ताकतवर झटका था।
भूकंप के झटके से 10 मिनट तक झूलता रहा था वाल्दीविया शहर
ये दोपहर में स्थानीय समय के अनुसार 03.11 मिनट पर आया। आमतौर पर भूकंप के झटके कुछ सेकेंड या एक दो मिनट के होते हैं लेकिन इस झटके में वाल्दीविया शहर 10 मिनट तक झूलता रहा। इसकी वजह से ताकतवर सूनामी पैदा हुई, जो दक्षिण चिली से लेकर हवाई, जापान, फिलीपीन्स, न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया तक फैल गईं।
आज भी अविश्वसनीय माना जाता है इस भूकंप को
चूंकि, इस शहर की आबादी ज्यादा नहीं थी। लिहाजा यहां मरने वालों की तादाद ज्यादा नहीं रही। मिली जानकारी के मुताबिक, इस भूकंप में 1000 से लेकर 6000 लोगों की मौत हुई थी लेकिन सबसे बड़ी बात इसकी इतनी ज्यादा तीव्रता को लेकर रहा, जो आज भी करीब अविश्वसनीय सी लगती है।
Edit By Deshhit News