अभी हाली ही में हुए विधानसभा चुनाव में इस कस्बे से बीजेपी के उम्मीदवार यहां से चुनाव हार गये थे और सपा उम्मीदवार जीत गए थे इसी को लेकर बहस शुरू हुई और इसके बाद हिंसा में तब्दील हो गई.
नई दिल्ली: बदायूं जिले के आलापुर थाना क्षेत्र के ककराला गाँव में चुनावी बहस को लेकर बीजेपी और सपा के समर्थक रुस्तम और इसरार उर्फ मेली चुनाव को लेकर बहस कर रहे थे तभी वहां पर भीड़ बढ़ती गई जिसके कारण बहस ने हिंसा का रूप ले लिया और बीजेपी, सपा समर्थक के दो गुटों में भिड़त हो गई. भीड़ की संख्या ज्यादा बढ़ने के कारण आपस में मारपीट की खबरे सामने आई जिसकी वजह से पुलिस ने 12 लोगों पर केस भी दर्ज किया साथ ही दो लोगों की गिरफ्तारी भी की.

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पुलिस अधिकारी ने बताया है कि सपा समर्थक इसरार और बीजेपी के समर्थक रुस्तम के बीच में विधानसभा चुनाव को लेकर बहस हो रही थी जैसे-जैसे बहस गंभीर होती गई तो वहां पर कुछ लोग इकट्ठा होने लगे उसके बाद ये बहस हिंसा का रूप धारण करने लगी जिसमें दोनों पक्षों के बीच मारपीट की ख़बरें आने लगी. पुलिस को जैसे ही इसकी सूचना मिली वैसे ही पुलिस तुरंत घटना स्थल पर पहुंची और दोनों पक्षों के बीच मामला शांत करवाया और उनको अपने घर भेज दिया लेकिन मामला शांत होने के बाद फिर दुबारा वही लोग असला लेकर आये और गोलियाँ चलाने लगे.

कहा जा रहा है कि अभी हाली ही में हुए विधानसभा चुनाव में इस कस्बे से बीजेपी के उम्मीदवार यहां से चुनाव हार गये थे और सपा उम्मीदवार जीत गए थे इसी को लेकर बहस शुरू हुई और इसके बाद हिंसा में तब्दील हो गई. जब गोलियां चलाई गई तो पुलिस दुबारा मौके पर पहुंची और 12 लोगों को गिरफ्तार कर उनपर तत्काल ही केस दर्ज कर दिया और जिन दो लोगों ने गोलियां चलाई थी उनकी गिरफ्तारी भी कर ली गई है.

पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह चौहान ने बताया कि आलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा ककराला में चुनावी बहस के बाद दो पार्टियों के समर्थकों के बीच हुई मारपीट, पथराव और गोलीबारी की घटना की गंभीरता के मद्देनजर इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और ड्रोन कैमरों से नजर रखी जा रही है.

पुलिस अधीक्षक का कहना है कि हम ककराल गाँव पर बराबर नजर बनाए हुए हैं और अब पुलिस बल को तैनात कर दिया है जिसके वहाँ पर शान्ति बनी हुई है. आगे पुलिस ने कहा कि अगर अबकी बार किसी प्रकार की हिंसा हुई तो हम हलके पुलिस बल के साथ लाठीचार्ज करने का आर्डर भी दे सकते हैं.