पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के मुताबिक, भारतीय समय के हिसाब से दोपहर के बाद 2.39 बजे चंद्र ग्रहण शुरू होगा। पूर्ण चंद्र ग्रहण 3.46 pm से 5.12 pm तक चलेगा। वहीं चंद्रग्रहण 6.19 pm पर खत्म हो जाएगा।
नई दिल्ली: 8 नवंबर यानी आज पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा। भारत के ज्यादातर हिस्सों में ये पूर्ण चंद्र ग्रहण आंशिक रूप से दिखाई देगा। पूर्वी राज्यों में पूर्ण चंद्रग्रहण देखने को मिलेगा। ये साल का आखिरी चंद्र ग्रहण होगा। इसके बाद अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण तीन वर्ष बाद देखने को मिलेगा। मंगलवार की शाम 5:12 बजे ये चंद्र ग्रहण लगेगा। आइए जानते हैं कि ये चंद्र ग्रहण इतना खास क्यों है?
क्या होगा पूर्ण चंद्रगृहण लगने का समय ?
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के मुताबिक, भारतीय समय के हिसाब से दोपहर के बाद 2.39 बजे चंद्र ग्रहण शुरू होगा। पूर्ण चंद्र ग्रहण 3.46 pm से 5.12 pm तक चलेगा। वहीं चंद्रग्रहण 6.19 pm पर खत्म हो जाएगा। हालांकि, भारत में चंद्रग्रहण 5.12 के बाद ही दिखेगा और खत्म होने तक दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण को सीधी आंख से देखा जा सकता है। लेकिन अगर दूरबीन या टेलीस्कोप हो तो ये नजारा और भी खूबसूरत हो जाएगा।
क्यों खास है साल का आखिरी चंद्रगृहण ?
8 नवंबर को लगने वाला चंद्रग्रहण एक ब्लड मून है, जिसका अर्थ है कि चंद्रमा का रंग लाल दिखाई देगा। ऐसा इसलिए क्योंकि चांद पूरी तरह से अंधेरे में होगा। उस तक सिर्फ वही रोशनी पहुंचेगी जो पृथ्वी से टकरा कर जाएगी। वायुमंडल में मौजूद धूल और बादलों के कारण से लाल रंग निकलता है। नासा की रिपोर्ट के मुताबिक, वायुमंडल में कण जितने ज्यादा होंगे, चांद उतना ही ज्यादा लाल दिखाई देगा। अगला चंद्र ग्रहण भारत में 28 अक्टूबर 2023 में दिखाई देगा।
कहां- कहां दिखाई देगा चंद्रगृहण?
15 दिनों के अंतराल में यह दूसरा ग्रहण है। इसके पहले कार्तिक अमावस्या पर दिवाली के बाद 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगा था। 08 नवंबर को लगने वाला अंतिम चंद्र ग्रहण एशिया, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, हिंद महासागर, प्रशांत महासागर और यूरोप के देशों में दिखाई देगा। भारत में यह चंद्र ग्रहण पूर्वी क्षेत्रों के शहरों में ईटानगर, कोलकाता, पटना, रांची और गुवाहाटी पूर्ण चंद्र ग्रहण लेगा। वहीं बाकी जगहों पर आंशिक चंद्र ग्रहण लेगा।
कैसे लगता है चंद्रगृहण ?
अंतरिक्ष में चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है। पृथ्वी का चक्कर लगाने के दौरान कई बार चांद इसके पीछे पहुंच जाता है। पीछे होने के कारण सूर्य की रोशनी चांद पर नहीं पहुंचती है और पृथ्वी की परछाई से चांद पर अंधेरा हो जाता है। पृथ्वी से देखने पर चांद लाल या गुलाबी रंग का दिखाई देता है। जब चांद पर रोशनी पूरी तरह न पहुंचे तो ये पूर्ण चंद्र ग्रहण कहलाता है। वहीं अगर कुछ रोशनी और कुछ परछाई पहुंचे तो इसे आंशिक चंद्र ग्रहण कहते हैं।
किन राशियों के लिए फलदायक और नुकसानदेह होगा चंद्रगृहण?
आज पड़ने वाला साल का अंतिम चंद्र ग्रहण मिथुन, कर्क, वृश्चिक और कुंभ राशि के लिएशुभ फल देना वाला साबित होगा। इन चार राशियों को नौकरी में तरक्की से लेकर आर्थिक लाभ तक प्राप्त होने की संभावना है। इसके अलावा मेष, वृष, कन्या और मकर के लिए यह ग्रहण नुकसानदेह साबित हो सकता है। इसीलिए कोई भी कदम सोच समझकर उठाएं। वहीं सिंह, तुला, धनु और मीन इन शेष राशियों को ग्रहण के चलते मिलेजुले परिणाम मिल सकते हैं।
Edit BY deshhit News