योगी आदित्यनाथ ने हापुड़ की एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि 10 मार्च के बाद मुजफ्फरनगर और कैराना में दिख रही गर्मी शांत हो जाएगी, मैं मई और जून में भी शिमला बना देता हूं.
नई दिल्ली: यूपी विधानसभा प्रचार के दौरान काफी आरोप-प्रत्यारोप हुए, यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान माहौल तब गर्म हो गया जब योगी आदित्यनाथ ने हापुड़ की एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि 10 मार्च के बाद मुजफ्फरनगर और कैराना में दिख रही गर्मी शांत हो जाएगी, मैं मई और जून में भी शिमला बना देता हूं. उस समय सीएम योगी के इस बयान की खूब चर्चा हो रही थी. और विपक्ष भी इस पर पलटवार कर रहा था.
और यह भी पढ़ें- CM योगी के गांव में जश्न की तैयारी शुरु, बहन शशि ने भाई से गढ़वाली में की अपील बोली…
इस बयान के बाद के लोगों और राजनितिक विश्लेषकों ने कहा कि ये किसी मुख्यमंत्री की भाषा नहीं हो सकती है और विश्लेषकों ने तो यहाँ तक कह दिया था कि इस बयान पर योगी को काफी नुकसान हो सकता है उनके वोटर उनसे खिसक सकते हैं लेकिन इतना नहीं की, उन्हें हरा दें. इस बयान को लेकर योगी आदित्यनाथ की खूब आलोचना तो हुई, लें वह इस बयान से काफी चर्चा में आ गए थे.
चुनाव प्रचार के समय पार्टियाँ रैलिया तो कर ही रही थी और इस बयान देने के बाद मामला और गर्म हो गया इससे पहले भी यूपी चुनाव का माहौल गर्म हो रहा था लेकिन योगी ने अपने बयानों से काफी सुर्खियाँ बटोरी थी अब विपक्ष में कर रहें रैली में योगी के बयान पर पलटवार करते हुए रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा था कि हम (जाट) तो हैं ही गर्म मिजाज के. हम पैदा ही गर्म हुए हैं. जयंत चौधरी ने कहा कि लगता है योगी जी को सिर पर ठंड लग गई है, उन्हें कंबल ओढ़कर गोरखपुर चले जाना चाहिए. जयंत चौधरी ने योगी जी के गर्मी वाले बयान को अपने ऊपर ले लिया था. जयंत ने योगी का बयान सिर्फ अपने ऊपर तक नहीं लिया बल्कि इस बयान को पूरे जाट समाज पर उड़ेल दिया था और जयंत ने यह बताने की कोशिश की कि योगी जी पूरे जाट समाज की गर्मी निकालने की बात कर रहें हैं. और इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर आम लोग ने भी सीएम योगी के ‘गर्मी और शिमला’ वाले बयान पर तंज कस रहे थें.
जाटलैंड यानी पश्चिमी यूपी की चुनावी लड़ाई अब चर्बी और गर्मी उतारने पर आ गई थी. योगी आदित्यनाथ ने गर्मी शांत होने का जो बयान दिया उस पर जयंत चौधरी ने वोटरों से चर्बी उतार देने की अपील कर डाली थी.
पूर्व आईएएस सूर्य प्रताप सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि गर्मी तो जनता उतारेगी, ठंडा कर देगी एकदम. और वही आशीष कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि अब तो 10 मार्च को देखना है कि यूपी की जनता किसकी गर्मी उतारती है और किसको ठंड से कूल-कूल कर देती है. जनता सर्वोपरि है, उत्तर प्रदेश की जनता अगर बंगाल जैसा सूझबूज करे तो सचमुच में गर्मी उतार देगी. अब किसकी सरकार बनेगी ये तो 10 मार्च को पता चलेगा.
योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर में अखिलेश यादव पर हमला बोला, जवाब में अखिलेश यादव ने पूछा, एक मुख्यमंत्री की ये कैसी भाषा है? बीजेपी की कोशिश थी कि जयंत चौधरी उसके खेमे में आ जाएं लेकिन वो हर रोज अखिलेश यादव के साथ पश्चिमी यूपी में प्रचार कर रहे हैं. प्रचार ही नहीं कर रहे हैं बल्कि बीजेपी को तल्ख भाषा में जवाब दे रहे हैं.
अब जब यूपी में भाजपा की पूर्ण बहुमत से सरकार बन गई है और आज जब योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री की शपथ लेने जा रहे हैं तो क्या वह उस वादे को पूरा करेंगे या मुख्यमंत्री की शपथ लेने के बाद कानूनी तरीके से काम करेंगे, भारतीय संविधान में जो एक नेता को कानून के द्वारा जो शक्तियां मिलती हैं उसके अनुसार काम करेंगे. वैसे देखा जाए तो योगी जी कानून व्यवस्था के मामले में बहुत सख्त रहे हैं कई भू-माफियाओं पर उन्होंने बुलडोजर चलवायें हैं क्या वह दुबारा सीएम बनने के बाद उसी तेवर से काम करेंगे जिस तेवर से उन्होंने चुनाव प्रचार में किया था.