कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरजेवाला ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि सोनिया गांधी के निर्देश के बाद कांग्रेस के महासचिव और प्रभारियों ने बैठक की है. इस बैठक में फैसला लिया गया है कि महंगाई मुक्त भारत आन्दोलन तीन चरणों में चलाया जाएगा.
नई दिल्ली: कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरजेवाला ने बताया कि सोनिया गांधी के निर्देश पर कांग्रेस के महासचिव और प्रभारियों ने बैठक की है. इस बैठक में फैसला लिया गया है कि महंगाई मुक्त भारत अभियान तीन चरणों में चलाया जाएगा. कांग्रेस ने पेट्रोल-डीजल, गैस जैसी आवश्यक बुनियादी वस्तुओं की लगातार बढ़ती महंगाई को लेकर सरकार के खिलाफ बिगुल फूंकने का फैसला किया है.
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कांग्रेस 31 मार्च की सुबह 11 बजे ड्रम और घंटियां बजाकर आंदोलन शुरू करेगी. कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने शनिवार को महंगाई मुक्त भारत अभियान का ऐलान किया. सुरजेवाला ने कहा कि बीजेपी द्वारा पैदा की गई ये महंगाई केवल अमीरों को फायदा पहुंचाती है और बाकी सबको कुचल देती है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, एक तरफ बीजेपी की नीतियाँ कमाई को कम कर रही है और दूसरी तरफ महंगाई का लगातार झटका दे रही है. देश की जनता को पल-पल तड़पाने का काम सरकार कर रही है. इससे हर कोई परेशान है. साथ ही इस बैठक में तय हुआ है कि इस आन्दोलन में थाली बजाओ, महंगाई भगाओ का नारा दिया जाएगा जिससे हमारी सरकार जाग सके. कांग्रेस महंगाई और पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों को लेकर 31 मार्च से 7 अप्रैल तक देशव्यापी महंगाई मुक्त अभियान शुरू करेगी.
इस आन्दोलन की रूप रेखा को पार्टी संगठन के महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने कांग्रेस मुख्यालय की बैठक में तैयार किया है. कई घंटे चली इस बैठक में संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल, उत्तरप्रदेश महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, कर्नाटक महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला, अविनाश पांडेय, पीएल पूनियां, हरीश चौधरी, मुकुल वासनिक, अजय माकन, पवन कुमार बंसल, शकयी सिंह गोहिल, तारिक अनवर, अजॉय कुमार सहित कई अन्य नेता मौजूद थे.
कई घंटे चली इस बैठक के बाद प्रियंका गांधी ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि कांग्रेस के महासचिव एवं राज्य के प्रभारियों की बैठक में सदस्यता अभियान एवं जनता के मुद्दों पर आंदोलन को लेकर चर्चा में अपने विचार रखे. यह बैठक अभी हाली ही में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार और ‘जी 23’ समूह की बढ़ी हुई सक्रियता की पृष्ठभूमि में हुई है.
इस बैठक से पहले शनिवार को हरियाणा के तमाम नेताओं ने शुक्रवार को दिल्ली पहुंचकर राहुल गांधी से मुलाकात की और आपसी तनातनी और मनमुटाव को लेकर आलाकमान को शिकायत की जिसमें कई विवादों को लेकर राहुल गाँधी ने इनकी बहस को सुना आपसी कलह को मिटाने की कोशिश क्योंकि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व नहीं चाहते की, अबकी बार किसी राज्य में कोई विवाद निकलकर सामने आये क्योंकि आने वाले समय में एक-दो राज्य के चुनाव है. वहीं इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हिमाचल प्रदेश के पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ मंगलवार शाम एक बैठक की थी, जिसमें आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई थी।