- उत्तराखंड सरकार वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में राज्य को विकसित करने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रही है।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हाल ही में उत्तर भारत के प्रमुख वेडिंग प्लानर्स के साथ बैठक की और उनसे सुझाव मांगे।
- सरकार धार्मिक और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर स्थानों, जैसे त्रियुगीनारायण, ऋषिकेश, चकराता आदि को विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उत्तराखंड को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के महत्व पर जोर दिया है।
- सरकार का लक्ष्य उत्तराखंड को भारत और दुनिया में शादियों के लिए नंबर 1 स्थान बनाना है।
उत्तराखंड के पक्ष में:
- प्राकृतिक सौंदर्य: उत्तराखंड अपनी लुभावनी हिमालयी चोटियों, नदियों, झीलों और घने जंगलों के लिए जाना जाता है। यह प्राकृतिक सुंदरता शादियों के लिए एक आदर्श पृष्ठभूमि प्रदान करती है।
- धार्मिक महत्व: उत्तराखंड चारधाम (बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री) का घर है, जो हिंदुओं के लिए तीर्थयात्रा के महत्वपूर्ण स्थल हैं। यह धार्मिक महत्व शादियों को और भी खास बना सकता है।
- विविधता: उत्तराखंड विभिन्न प्रकार के अनुभव प्रदान करता है, रोमांचक साहसिक गतिविधियों से लेकर शांत आध्यात्मिक रिट्रीट तक। यह विविधता विभिन्न प्रकार के जोड़ों को आकर्षित करती है।
- सरकारी समर्थन: उत्तराखंड सरकार वेडिंग डेस्टिनेशन उद्योग को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। सरकार विभिन्न प्रकार की प्रोत्साहन और सहायता प्रदान कर रही है।
निष्कर्ष:
उत्तराखंड में वेडिंग डेस्टिनेशन बनने की क्षमता है। राज्य की प्राकृतिक सुंदरता, धार्मिक महत्व, विविधता और सरकारी समर्थन इसे शादी करने वाले जोड़ों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाते हैं।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि उत्तराखंड को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए अभी भी कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जैसे कि बुनियादी ढांचे में सुधार और बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करना।