स्मृति ने आगे कहा कि श्रद्धा के साथ आफताब का दुर्व्यवहार निरंतर था, तथ्य यह है कि दुर्व्यवहार की बात कई सारे लोगों को पता थी और किसी ने मदद नहीं की।
नई दिल्ली: प्रेमी आफताब ने अपनी प्रेमिका श्रद्धा की हत्या करके उसकी बॉडी के 35 टुकड़े कर दिए। इस वारदात ने पूरे देश को हिला दिया लेकिन अब श्रद्धाहत्याकांड ने सियासी रुप ले लिया है। अब इस मुददे पर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बयान देते हुए कहा है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर चर्चा करने की जरूरत है और इस तथ्य पर भी चर्चा करने की जरूरत है कि इस मामले में श्रद्धा को मदद के नाम पर कुछ नहीं मिल सका।
अगर आफताब प्यार करता तो ऐसा नहीं करता – स्मृति ईरानी

स्मृति ने श्रद्धाहत्याकांड पर बोलते हुए कहा कि कोई भी गुस्सा में आकर महिला के टुकड़े नहीं कर सकता है। कोई भी उस महिला को पीटना जारी नहीं रखता है जिसे वह प्यार करने का दावा करता है और आफताब ने भी अगर प्यार किया होता तो ऐसा नहीं करता। उन्होंने कहा कि श्रद्धा के साथ आफताब का दुर्व्यवहार निरंतर था, तथ्य यह है कि दुर्व्यवहार की बात कई सारे लोगों को पता थी और किसी ने मदद नहीं की।
महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर चर्चा करने की जरूरत है – स्मृति ईरानी
स्मृति ईरानी ने कहा कि संबंध बनाकर रह रहे कपल में हिंसा को लेकर व्यापक रूप से लोगों में चर्चा की आवश्यकता है, क्योंकि साथी द्वारा हिंसा और महिला के परिवार के सदस्यों द्वारा हिंसा कुछ ऐसी चीजें हैं जो राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो में लगातार बढ़ता दिख रहा है। उन्होंने कहा, “इसलिए जब हम महिला सुरक्षा की बात करते हैं तो साथी द्वारा महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर चर्चा करने की जरूरत है।”
हम एक जघन्य अपराध को बहुत हल्का कर रहे है – स्मृति ईरानी

ईरानी ने कहा कि पहले यह सोचा जाता था कि यदि कोई पुरुष महिलाओं की पिटाई करता है तो वह शिक्षित नहीं है, लेकिन अब यह देखा गया है कि घरेलू हिंसा एक ऐसा मुद्दा नहीं है जो केवल उन पुरुषों से संबंधित है जो पढ़े-लिखे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि घरेलू हिंसा के लिए अब पढ़े लिखे लोग भी जिम्मेदार पाए जा रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या यह लव जिहाद का मामला है, ईरानी ने कहा, “मुझे लगता है कि हम एक बहुत ही जघन्य अपराध को हल्का कर रहे हैं।”
श्रद्धाहत्याकांड को गिरिराज सिंह ने बताया था लव – जिहाद का मामला

Giriraj Singh
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने श्रद्धा हत्याकांड को ‘लव जिहाद’ बताया था। बिहार के बेगूसराय में दिए एक बयान में गिरिराज सिंह ने कहा कि ‘मुस्लिमों’ का पूरे देश में ‘लव जिहाद’ एक मिशन की तरह चल रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को ठगना, हिंदू लड़कियों को बहला-फुसलाकर अपने साथ जोड़ना उसके बाद या तो उसे छोड़ देना या फिर मौत के घाट उतार देना यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।
हिमंत विश्व शर्मा ने भी श्रद्धाहत्याकांड का मुद्दा उठाते हुए ‘लव जिहाद’ के खिलाफ कड़े कानून की मांग की थी

असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने राष्ट्रीय राजधानी में नगर निगम चुनाव में श्रद्धाहत्याकांड का मुद्दा उठाते हुए ‘लव जिहाद’ के खिलाफ कड़े कानून की मांग की थी। असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसा कि हम सब जानते हैं कि देश को तीन तलाक के खिलाफ कानून मिल गया है, हमें लव जिहाद के खिलाफ कानून की जरूरत है और यूनिफॉर्म सिविल कोड की भी।
औवेसी ने श्रद्धा मर्डर केस को लव -जिहाद का मामला होने पर जताई थी नाखुशी

वहीं AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने श्रद्धा मर्डर केस पर बड़ा बयान देते हुए बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘बीजेपी की सियासत बिलकुल गलत है। ये लव जिहाद का मामला नहीं है। ये महिला की हत्या, उस पर जुल्म, अत्याचार का वाक्या है। हमने इसकी निंदा की है। देश के मर्दों के दिमाग में महिलाओं पर जुल्म करने की बीमारी है, उनके दिमाग का इलाज कराना चाहिए’।
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