दिल्ली विधानसभा विधायकों की बढेगी सैलरी, 54 की जगह 90 हज़ार करने की मांग

04 Jul, 2022
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दिल्ली विधानसभा में विधायकों के वेतन को बढाने की मांग की जा रही है. विधानसभा सदस्यों की आय 54 से बढाकर 90 हज़ार करने का प्रस्ताव पेश किया गया है.

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा का मानसून सत्र आज यानी 4 जुलाई से शुरू हो गया है. इस सत्र में दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार ने दिल्ली विधानसभा के विधायकों का वेतन बढाने का प्रस्ताव सामने रखा है. अब दिल्ली के विधायकों को 54 हज़ार नहीं बल्कि 90 हज़ार प्रति माह दिए जायेंगे.

सूत्रों के अनुसार, दिल्ली विधानसभा के मॉनसून सत्र (Monsoon Session) में आप सरकार के कानून, न्याय और कानूनी मामलों के मंत्री कैलाश गहलोत ने मंत्रियों, विधायकों, विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और मुख्य सचेतक की आय में बढ़ोतरी का विधेयक पेश किया है. सदन में मंत्री कैलाश गहलोत ने विधायकों, मंत्रियों, चीफ व्हिप, स्पीकर, डिप्टी स्पीकर और लीडर ऑफ ऑपोजिशन के वेतन भत्ते में बढ़ोतरी का बिल पेश किया है. दिल्ली में एक विधायक को वर्तमान में वेतन और भत्ते के रूप में हर महीने 54,000 रुपये मिलते हैं, और अब इसे बढ़ा कर 90,000 रुपये किया जाएगा.

दिल्ली परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत

 सूतरों की माने तो केंद्र सरकार ने मई में ही ने दिल्ली के विधायकों के वेतन और भत्ते में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. 2015 में ही दिल्ली सरकार द्वारा केंद्र को वेतन का प्रस्ताव भेजा गया था परन्तु उस समय वो मंजूर नहीं हुआ था. लगभग 11 वर्ष बाद दिल्ली विधानसभा के विधायकों-मंत्रियों के वेतन में बढ़ोतरी हुई है. दिल्ली सरकार में विधायकों की आखिरी सैलरी वर्ष 2011 में बढाई गयी थी .

दिल्ली असेंबली सेशन

वेतन बढाने को लेकर पेश किये गए प्रस्ताव के अनुसार, दिल्ली के विधायकों को प्रति माह 12 हजार की जगह 30 हजार रुपये सैलरी मिलेगी . वेतन के अलावा अन्य भत्तों में भी बढ़ोतरी होगी. इस सैलरी इंक्रीमेंट और सभी भत्ते मिलाकर विधायकों को हर महीने 54 हज़ार रूपए की जगह अब 90 हजार रुपए मिलेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुतबिक सदन में वेतन में बढ़ोतरी से जु़ड़े कुल 5 बिल पेश किए गए. विधायकों की सैलरी से जुड़े पांच बिल पेश हुए हैं जिनमे मंत्रियों के वेतन-भत्ते में संशोधन का बिल, विधायकों के वेतन-भत्ते में संशोधन का बिल, चीफ व्हिप के वेतन-भत्ते में संशोधन का बिल, विधानसभा अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के वेतन-भत्ते में संशोधन का बिल और नेता प्रतिपक्ष के वेतन-भत्ते में संशोधन का बिल शामिल है.

delhi cm अरविंद केजरीवाल

बता दें कि भारत के सभी राज्‍यों में विधायकों का वेतन अलग अलग है और हर राज्य में अलग अलग भत्ते दिए जाते हैं. वर्तमान में देश में विधायकों को सबसे अधिक वेतन देने वाला राज्य है तेलंगाना. यहां वेतन व भत्ते मिलाकर विधायकों को हर महीने 2.50 लाख रुपये सैलरी मिलती है, हालाकिं विधायकों का वेतन केवल 20 हजार है, लेकिन भत्तों के तौर पर हर महीने 2,30,000 रुपये मिलते हैं.

रिपोर्ट्स के अनुसार किसको कितनी मिलती है सैलरी

रिपोर्ट्स बतातीं हैं, उत्तराखंड में विधायकों की सैलरी प्रति माह1.98 लाख रुपये है. इसके अलावा हिमाचल में 1.90 लाख, हरियाणा में 1.55 लाख, राजस्थान में 1.42 लाख रुपये, बिहार में 1.30 हज़ार, आंध्र प्रदेश में 1,25,000 रुपये, और उत्तर प्रदेश में 95,000 रुपये प्रति माह सैलरी मिलती है . त्रिपुरा में विधायकों की सैलरी सबसे कम है, यहाँ हर महीने 48 हज़ार रूपए सैलरी के रूप में दिए जाते हैं.

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