Sadbhavana Diwas 2022: आज है पूर्व प्रधानमंत्री ‘राजीव गांधी’ की 78वीं जयंती, क्यों मनाते है सद्भावना दिवस के रूप में जानिए

20 Aug, 2022
Deepa Rawat
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Rajiv gandhi Death Anniversary

Sadbhavana Diwas 2022, Rajiv Gandhi Birth Anniversary 2022: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था. हर साल उनकी जयंती के मौके पर सद्भावना दिवस मनाया जाता है. 21वीं सदी के भारत का निर्माता कहे जाने वाले राजीव गांधी ने अपने कार्यकाल (1984 से 1989 तक) में कई बड़े फैसले लिए थे.

नई दिल्ली: Sadbhavana Diwas 2022 हर साल 20 अगस्त को सद्भावना दिवस (Harmony Day) के रूप में मनाया जाता है. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर सद्भावना दिवस मनाया जाता है. इस साल उनकी 78वीं जयंती है. हर साल समाज और राष्ट्र के लिए उनके योगदान को याद करते हुए उनके परिवार सदस्य और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता श्रद्धांजलि देने वीरभूमि जाते हैं. 

Sadbhavana Diwas 2022

राजीव गांधी का जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था. वे भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के पोते और पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे थे. वे सन 1984 से 1989 तक भारत के युवा प्रधानमंत्री रहे. राजीव गांधी को 21वीं सदी के भारत का निर्माता भी कहा जाता है. 40 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री बनने वाले राजीव गांधी ने आधुनिक भारत की नींव रखने की दिशा में काम किया. 

21 मई 1991 को श्रीपेरंबुदूर (तमिलनाडु) में एक चुनावी रैली के दौरान लिट्टे द्वारा आत्मघाती हमलावर द्वारा राजीव गांधी की हत्या कर दी गई थी. उनकी मृत्यु के बाद उन्हें भारत रत्न – देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. 

राजीव गांधी की उपलब्धियां

राजीव गांधी

राजीव गांधी की पहल पर अगस्त 1984 में भारतीय दूरसंचार नेटवर्क की स्थापना के लिए सेंटर पार डिवेलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (C-DOT) की स्थापना हुई.
– 1986 में राजीव की पहल से ही MTNL की स्थापना हुई, जिससे दूरसंचार क्षेत्र में और प्रगति हुई.
– हायर एजुकेशन के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए 1986 में शिक्षा पर राष्ट्रीय नीति (NEP) की घोषणा की.
– जवाहर नवोदय विद्यालय प्रणाली के संस्थापक – 6वीं से 12वीं कक्षा तक ग्रामीण भारत में मुफ्त, गुणवत्ता और आवासीय शिक्षा प्रदान करने का श्रेय भी राजीव गांधी को ही जाता है.
– देश में कंप्यूटर उपकरणों पर आयात शुल्क घटना की पहल की.
– आप में से जिन लोगों ने बचपन में PCO (टेलीफोन बूथ) देखा है, उन्हें पता होना चाहिए कि इसके पीछे राजीव गांधी थे. इसने ग्रामीण भारत को टेलीफोन सेवा से जोड़ा.
– उन्होंने राष्ट्र के लिए एक संदेश के रूप में मतदान के अधिकार की उम्र को 21 से घटाकर 18 वर्ष की, उन्हें देश के प्रति और जिम्मेदार तथा सशक्त बनाने की पहल की.
– राजीव गांधी ने भारत में पंचायती राज प्रणाली का बीड़ा उठाया था, भारत भर के गांवों में निर्णय लेने की शक्ति का विकेंद्रीकरण (Decentralization) किया. 24 अप्रैल 1993 से पूरे देश में पंचायती राज व्यवस्था लागू हुई.

उन्हीने ही 1989 में महत्वाकांक्षी जवाहर रोजगार योजना शुरू की थी, जिससे पूरे भारत में गरीब लोगों को रोजगार के अवसर मिले.


राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार

राजीव गांधी

राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार की शुरुआत उनकी मृत्यु के एक साल बाद 1992 में की गई थी. यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (आईएनसी) की अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा उनके नेता और पार्टी और राष्ट्र में उनके योगदान को श्रद्धांजलि के रूप में स्थापित किया गया था. इस पुरस्कार में एक प्रशस्ति पत्र और 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है. यह सद्भावना दिवस (20 अगस्त) पर उन लोगों को प्रदान को प्रदान किया जाता है जिन्होंने अपने कार्यों के माध्यम से सामाजिक शांति और सद्भाव को बढ़ावा दिया है. सबसे पहले 1995 जगन नाथ कौल को यह पुरस्कार दिया गया था जबकि आखिरी पुरस्कार 2018 में गोपालकृष्ण गांधी को मिला था.

Edited By Deshhit News

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