Rakesh Jhunjhunwala: प्रसिद्ध शेयर मार्केट निवेशक राकेश झुनझुनवाला का निधन हो गया है. मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल ने उनके निधन की पुष्टि की है. राकेश झुनझुनवाला को 2-3 सप्ताह पहले ही अस्पताल से छुट्टी मिली थी. भारत का वारेन बफेट कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला ने अभी कुछ दिन पहले ही अकासा एयरलाइंस लॉन्च की थी.
बताया जा रहा है कि उनकी मौत मल्टी ऑर्गन फेल्योर की वजह से हुई है. उनकी तबीयत खराब होने के बाद ही उन्हें कल शाम में मुंबई के ब्रिज कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. झुनझुनवाला के पास आज हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति है. मजेदार है कि इतनी दौलत वाले इंसान का सफर महज 5 हजार रुपये से शुरू हुआ था.

इस दौलत वाले इंसान का सफर महज 5 हजार रुपये से शुरू होकर लगभग 46 हज़ार करोड़ तक हुआ
राकेश झुनझुनवाला को भारत का वारेन बफेट भी कहा जाता है. शेयर मार्केट से पैसा बनाने के बाद बिग बुल एयरलाइन सेक्टर में भी उतर चुके थे. उन्होंने नई एयरलाइन कंपनी आकासा एयर में मोटा इन्वेस्टमेंट किया था और 7 अगस्त से कंपनी ने ऑपरेशन शुरू कर दिया है. स्टॉक मार्केट में निवेश करने वाले झुनझुनवाला के पास आज हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति है. मजेदार है कि इतनी दौलत वाले इंसान का सफर महज 5 हजार रुपये से शुरू हुआ था आपको बतादे झुनझुनवाला ने 1985 में 5,000 रुपये से निवेश की शुरुआत की थी। सितंबर, 2018 तक यह निवेश बढ़कर 11,000 करोड़ रुपये हो गया था। जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में झुनझुनवाला की नेटवर्थ लगभग 43.39 हजार करोड़ रुपये है। इसी सफलता के कारण झुनझुनवाला को इंडियन स्टॉक मार्केट का बिगबुल और भारत का वारेन बफेट कहा जाता है. जब आम इन्वेस्टर्स शेयर बाजार में पैसे गंवा रहे होते हैं झुनझुनवाला उस समय भी कमाई करने में सफल रहते हैं.

भारत के विकास को लेकर झुनझुनवाला ने कहा था – टाइम आ गया है
इसके बाद झुनझुनवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की थी जमकर तारीफ की थी। एक इंटरव्यू में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक नीति की सराहना करते हुए कहा था कि बाजार में कोई बादशाह नहीं होता है, लेकिन भारत का समय आ गया है। देश नए फेज में एंट्री कर रहा है। उन्होंने कहा था कि इस साल भारत की विकास दस 10 फीसदी के आसपास रहेगी।

बता दें कि हैदराबाद के तेलंगाना में राकेश झुनझुनवाला का जन्म हुआ था. बाद में वो अपने पिता के साथ मुंबई शिफ्ट हो गए थे. वो पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट थे, लेकिन बाद में शेयर बाजार के वॉरेन बफे के नाम से उन्हें पहचान मिली. उन्हें बाजार का जादूगर भी कहा जाता था. जिस तरह वो मार्केट में इनवेस्ट करते थे, उसके लिए उन्हें तमाम दिग्गज फॉलो करते थे. कहा जाता था कि जिस शेयर पर झुनझुनवाला पैसा लगाते थे, वो सबसे ज्यादा मुनाफे वाला होता था.