प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार शाम 5.30 बजे उज्जैन पहुंचेंगे। सर्वप्रथम महाकाल मंदिर पहुंचकर ज्योतिर्लिंग की पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद श्री महाकाल लोक का अवलोकन कर लोकार्पण करेंगे।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को उज्जैन में 856 करोड़ रुपये की लागत से तैयार महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर विकास परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। ‘महाकाल लोक’ के भव्य प्रवेश द्वार नंदी द्वार के नीचे ‘मोली’ (पवित्र) धागों से ढका एक बड़े आकार का ‘शिवलिंग’ रखा गया है। प्रधानमंत्री आधिकारिक तौर पर मेगा कॉरिडोर के उद्घाटन को प्रतीकात्मक रूप से ‘शिवलिंग’ का अनावरण करेंगे।
कॉरीडोर को खुलने से मिलेगा पर्यटन को काफी फायेदा
इस कॉरिडोर के खुलने के बाद मध्य प्रदेश के इस पवित्र शहर में पर्यटन को काफी बढ़ावा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। कॉरिडोर की लंबाई 900 मीटर से ज्यादा है। यहां 108 बलुआ पत्थर से तैयार स्तंभ बनाए गए हैं। इसके शीर्ष पर ‘त्रिशूल’ डिजाइन की गई है और भगवान शिव की ‘मुद्रा’ है। यहां देवता की कलात्मक मूर्तियों के साथ-साथ शिव पुराण की कहानियों को दर्शाने वाले 53 प्रबुद्ध भित्ति चित्र भी हैं।
सनातन धर्मावलंबियों के लिए आस्था, श्रद्धा व गौरव का पल
मंगलवार शाम को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आदि-अनंत भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में नवनिर्मित नव्य-भव्य ‘श्री महाकाल लोक’ देश को समर्पित करेंगे। पूरी दुनिया में बसे सनातन धर्मावलंबियों के लिए यह आस्था, श्रद्धा व गौरव का पल होगा। लोकार्पण समारोह के लिए उज्जैन में अप्रतिम साज-सज्जा की गई है। केदारनाथ में नवनिर्माण, काशी विश्वनाथ में परिसर के विस्तार व सोमनाथ में नव्य निर्माण के बाद महाकालेश्वर मंदिर चौथा ज्योतिर्लिग है, जहां कायाकल्प किया गया है।
मंगलवार शाम 5: 30 बजे उज्जैन पहुंचेगे प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार शाम 5.30 बजे उज्जैन पहुंचेंगे। सर्वप्रथम महाकाल मंदिर पहुंचकर ज्योतिर्लिंग की पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद श्री महाकाल लोक का अवलोकन कर लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी लोकार्पण के बाद जनसभा को संबोधित करेंगे। इसी सभा में गायक कैलाश खेर द्वारा लिखा और गाया गया ‘महाकाल गान’ भी लोकार्पित किया जाएगा। इसकि साथ ही वह अपनी प्रस्तुती भी देंगे।
जलाभिषेक नहीं करेंगे प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी महाकाल मंदिर के गर्भगृह में ज्योतिर्लिंग के दर्शन व पूजन-अर्चन करेंगे, किंतु जलाभिषेक नहीं करेंगे। महाकाल मंदिर में शाम पांच बजे बाद ज्योतिर्लिंग का जलाभिषेक निषेध है। मंदिर के मुख्य पंडित घनश्याम पुजारी षोडशोपचार पूजन अर्थात् सोलह प्रकार के द्रव्यों से राजाधिराज महाकाल का पूजन करवाएंगे। पश्चात प्रधानमंत्री कुछ देर गर्भगृह के सामने नंदी हाल में ध्यान भी करेंगे।
श्री महाकाल लोक के निर्माण व लोकार्पण को लेकर उत्सवी उल्लास
सनातन परंपरा के सभी 13 अखाड़ों में श्री महाकाल लोक के निर्माण व लोकार्पण को लेकर उत्सवी उल्लास है। जूना अखाड़ा, निरंजनी पंचायती अखाड़ा, महानिर्वाणी अखाड़ा सहित सभी अखाड़ों के साधु-संतों, महामंडलेश्वर आदि ने श्री महाकाल लोक को अद्भुत, अकल्पनीय और अलौकिक बताया है। अखाड़ों के स्थानीय आश्रमों में वेदपाठी बटुकों, आचार्यों ने भी लोकार्पण को अपने-अपने अखाड़ों में उत्सव स्वरूप में मनाने की तैयारियां की हैं।
शिव नाम मुहूर्त में होगा लोकार्पण
जिस समय प्रधानमंत्री मोदी नवनिर्मित श्री महाकाल लोक का अवलोकन व लोकार्पण करेंगे, उस समय प्रदोषकाल रहेगा। माना जाता है कि प्रदोषकाल होने से यह समय सभी दोषों से मुक्त होगा। इस समय शिव नाम मुहूर्त रहेगा। यह समय इसलिए भी चुना गया है, क्योंकि लोकार्पण के समय शुक्र की महादशा होगी तथा शुक्र की कन्या राशि में बुध के साथ युति होगी। यह मुहूर्त आने वाले कालखंड में श्री महाकाल लोक व उज्जैन में पर्यटन व रोजगार भी बढ़ाएगा।
उज्जैन नगरी को कुंभ मेले जैसा सजाया गया है।
शिवनगरी उज्जयिनी को महोत्सव के लिए सिंहस्थ (कुंभ) मेले जैसा सजाया गया है। महाकाल मंदिर में उजास किया जा रहा है, अन्य मंदिरों में भगवान को नए वस्त्र धारण करवाए गए हैं। मोक्षदायिनी नदी मां शिप्रा स्थित रामघाट सहित अन्य घाटों का रंगरोगन व रोशनी से श्रृंगार किया गया है। जगह-जगह त्रिशूल, डमरू सहित महादेव के अन्य प्रतीक दिखाई दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए जुटे 750 कलाकार
आपको बता दें, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत के लिए देशभर से 750 कलाकार जुटे हैं। स्वागत में 102 ब्राह्मण बटुक नंदी द्वार पर स्वस्तिवाचन करेंगे। कर्नाटक के 10 कलाकार यज्ञ गान गाएंगे। द्रोणााचार्य अवार्डी योगेश मालवीय के नेतृत्व में उज्जैन के 51 खिलाड़ी मलखंभ की प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा नंदी द्धार से लेकर सप्त ऋषि मंडल, मानसरोवर भवन के सामने, रुद्रसागर के समानांतर पथ पर भी जगह दी गई है। ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर और कार्तिक मेला मैदान पर होने वाली धर्म सभा स्थल पर भी स्वागत के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। पूरा उज्जैन भी मुख्यमंत्री के दर्शन और स्वागत के लिए आतुर है। मंगलवार को धर्म सभा स्थल पर इसकी झलक साफ तौर पर दिखाई देगी।
पद्मश्री कैलाश खेर सुनाएंगे महाकाल स्तुति गान
पद्मश्री गायक कैलाश खैर कार्तिक मेला मैदान पर होने जा रही धर्म सभा में स्वरचित महाकाल स्तुति गान सुनाएंगे। वे भगवान शिव पर केंद्रित भजनों की प्रस्तुति भी देंगे। बता दें कि महाकाल स्तुति गान कैलाश खेर ने 15 दिनों में तैयार किया है, जिसका आडियो-वीडियो विमोचन धर्म सभा में ही प्रधानमंत्री के आतिथ्य में होगा।
विदेश में भी सुनाई देगी श्री महाकाल लोक के लोकार्पण की गूंज
श्री महाकाल लोक के लोकार्पण की गूंज विदेश में भी सुनाई देगी। भाजपा के विदेश संपर्क विभाग ने यूएसए, जर्मनी, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, यूके, यूएई, कनाडा, हालैंड, कुवैत सहित 40 देश के एनआरआइ को लोकार्पण कार्यक्रम दिखाने की व्यवस्था की है। आपको बता दें, मध्य प्रदेश भाजपा ने इन एनआरआइ को कार्यक्रम की लाइव लिंक भेजी है। इतना ही नहीं, विदेश के मंदिरों में लोकार्पण के अवसर पर मनेगा उत्सव, मंदिरों में दीप जलाए जाएंगे। कार्यक्रम भी बड़ी स्क्रीन पर दिखाया जाएगा।