नई दिल्ली: बिहार में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा का आज आखिरी दिन है। कथा के आखिरी दिन भी बाबा विवादों में घिरते नजर आ रहे हैं। दरअसल, धीरेंद्र शास्त्री मंगलवार को पटना के महावीर मंदिर में दर्शन करने गए थे। उनके स्वागत के लिए माला लेकर इंतजार कर रहे पूर्व IPS और पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव किशोर कुणाल को गार्ड्स ने पीछे धकेल दिया। आचार्य किशोर कुणाल को सुरक्षाकर्मियों ने बाबा के नजदीक आने नहीं दिया और उनके साथ धक्का -मुक्का कर दी।
किशोर कुणाल के साथ की गई धक्का-मुक्की की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल

पूर्व IPS और पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव किशोर कुणाल के साथ की गई धक्का-मुक्की की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। वायरल हो रही तस्वीर में दिख रहा है कि धीरेंद्र शास्त्री के सुरक्षाकर्मी लोगों को इधर-उधर धक्का मारते हुए रास्ता बना रहे हैं। महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव किशोर कुणाल के साथ की गई धक्का – मुक्की की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।
तस्वीरें वायरल होने के बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर फुटा लोगों का गुस्सा

तस्वीरें वायरल होने के बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर लोगों का गुस्सा फुटा है। लोगों ने इसके लिए आयोजकों को दोषी ठहराया है। सीनियर जर्नालिस्ट नरेंद्र नाथ मिश्रा ने ट्वीट कर लिखा कि पटना के महावीर मंदिर से किशोर कुणाल का नाम अभिन्न रूप से जुड़ा रहा है। धीरेंद्र शास्त्री के मंदिर दौरे में उनकी जो तस्वीर आई, जिसमें उन्हें किनारे किया हा रहा है। वह कहीं से अच्छा संदेश नहीं जाएगा। बाबा अभी लोकप्रिय हो सकते हैं लेकिन किशोर कुणाल का योगदान उनसे कभी कम नहीं रहा है। वहीं, जेडीयू के स्टेट जनरल सेक्रेटरी निखिल मंडल का कहना है कि, आचार्य किशोर कुणाल जी ने बहुत कुछ बिहार को दिया है। एक सम्मानित व्यक्ति कि इस तरह की तस्वीर देख वाकई दुःख हुआ।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री पर अंधविश्वास फैलाने का लगा था आरोप

बता दें, पंडित धीरेंद्र शास्त्री को विवादों में रहने की आदत है। मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम पीठीधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के विवाद की चर्चा नागपुर से शुरू हुई, जब पं. धीरेंद्र शास्त्री पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप लगा। अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने कहा कि जब बागेश्चर धाम सरकार को चमत्कार साबित करने के लिए चुनौती दी गई है तो कथा बीच में ही छोड़कर वह चले गए। इसके बाद पं. धीरेंद्र शास्त्री का भी बयान आया।
धीरेंद्र शास्त्री इंसान को देखते ही उसकी हर तरह की परेशानी जान लेते हैं- बाबा के समर्थकों का दावा

गौरतलब है कि बागेश्वर धाम सरकार पं. धीरेंद्र शास्त्री की कथा के दौरान लोगों की समस्याएं सुनने और उसका समाधान करने का दावा किया जाता है। कहा जाता है कि भूत, प्रेत से लेकर बीमारी तक का इलाज बाबा की कथा में होता है। बाबा के समर्थक दावा करते हैं कि बागेश्वर धाम सरकार इंसान को देखते ही उसकी हर तरह की परेशानी जान लेते हैं और उसका समाधान करते हैं। वहीं, बागेश्वर धाम सरकार का कहना है कि वह लोगों की अर्जियां भगवान (बालाजी हनुमान) तक पहुंचाने का जरिया मात्र हैं। जिन्हें भगवान सुनकर समाधान देते हैं। इन्हीं दावों को नगापुर की अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने चुनौती दी थी। यहीं से धीरेंद्र शास्त्री के विवाद की शुरुआत हुई थी और वह चर्चा में आए थे।