नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 19 तारीख, 2023 को एक अहम फैसला लेते हुए 2000 रुपये के नोट वापस लेने का फैसला किया। बैंक ने 2000 को सर्कुलेशन से बाहर करने का एलान किया। भारतीय रिजर्व बैंक के इस फैसले के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बैंक पर निशाना साधा है। बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री जब भी भी जापान जाते हैं, नोटबंदी करते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आरबीआई के फैसले से जनता को फिर परेशानी होगी।
आरबीआई के फैसले से जनता को फिर परेशानी होगी – भूपेश बघेल

बता दें कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुर्ग जिले के पाटन विधानसभा क्षेत्र के साकरा गांव में भरोसा सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने पीएम मोदी की जापान यात्रा पर तंज करते हुए कहा कि वे जब भी जापान जाते हैं, नोटबंदी करते हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने ये भी सवाल किया कि आरबीआई ने 2000 रुपये के नोट आखिर बंद क्यों किए? जब बंद ही करना था तो शुरू किया ही क्यों किया था ? उन्होंने कहा कि वे यही बता दें कि सात साल में ऐसी क्या परिस्थिति आ गई कि ये नोट बंद करने पड़े? मुख्यमंत्री बघेल ने दावा किया कि आरबीआई के फैसले से जनता को फिर परेशानी होगी। उन्होंने कहा कि इससे पहले लोगों को 2016 की की नोटबंदी के समय भी परेशानी हुई थी। जब 500 और 1000 के नोट बंद किए गए थे।
2000 के नोट बंद करके पीएम मोदी लोगों को परेशान कर रहे हैं – भूपेश बघेल

भूपेश बघेल ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि वे नहीं जानते कि इससे देश को फायदा होगा या नुकसान, बस नोटबंदी कर देते हैं। उन्होंने कहा कि पीएम ने इस बार भी यही किया है, वे लोगों को परेशान कर रहे हैं। गौरतलब है कि एक दिन पहले भी सीएम बघेल ने दो हजार रुपये के नोट वापस लेने फैसले को लेकर केंद्र केंद्र सरकार, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और रिजर्व बैंक पर निशाना साधा था। भूपेश बघेल ने दो हजार रुपये के नोट वापस लेने के फैसले को थूक के चाटना बताया था।
30 सितंबर तक बैंकों में वापस लिए जा सकेंगे 2000 के नोट

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को 2000 के नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने का एलान किया है। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं कि 2000 रुपये के नोट की वैधता समाप्त होगी। इस बार लोगों को किसी भी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि फिलहाल 2000 रुपये के नोट बाजार में चलते रहेंगे। आरबीआई ने यह भी बताया कि यह नोट 30 सितंबर तक बैंकों में वापस लिए जा सकेंगे।
2000 के नोट लाने के उद्देश्य हो चुका है पूरा

जब नोटबंदी हुई थी तब सरकार ने 2000 रुपये के नए नोट लाए थे। नोटबंदी में 500 और 1000 रुपये के नोट को बैन कर दिया गया था। बाजार में उतारने के बाद नोट चलन में लाने का उद्देश्य भी पूरा हो गया है। साल 2018-2019 में सरकार ने 2 हजार रुपये के नोट की छपाई बंद कर दी थी।
कम हो रहा 2000 रुपये के नोट का इस्तेमाल

RBI के मुताबिक, 2000 रुपये के नोट आमतौर पर लेनदेन में बहुत ज्यादा इस्तेमाल में नहीं कर रहे हैं। आरबीआई की क्लीन नोट पॉलिसी के तहत यह फैसला लिया गया है कि दो हजार रुपये के नोटों को चलन से हटा लिया जाए। हालांकि, आपके पास पुरा समय होगा की आप बैंक जाकर अपने पास रखे 2 हजार रुपये के नोट को बदल सकते हैं।