कैब सर्विस देने वाली कंपनी OLA अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकल रही है. कोरोना संकट के बाद से OLA अपना क्विक कॉमर्स बिज़नस OLA DASH भी बंद कर रही है.
नई दिल्ली: अभी तक देश में सबसे अच्छी कैब सर्विस देने वाली कंपनी Ola कोरोना काल के बाद से अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही है. कंपनी ने अब अपने कर्मचारियों की संख्या में कटौती करने का फैसला लिया है. कहा जा रहा है कि इलेक्ट्रिक सेग्मेंट पर फोकस करने के लिए ही ओला अपने दूसरे खर्चीले बिजनेस बंद कर रही है. इसका एक कारण यह भी कहा जा सकता है कि OLA S1 Pro scooters में लगातार आग लगने के मामले सामने आने की वजह से भी ओला के शेयर्स में भरी गिरावत देखी गयी.

500 कर्मचारियों की छटनी करेगी OLA
कंपनी ने अपने कर्मचारियों को निकलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि ओला को अपने लिए फंडिंग जुटाने में समस्या सामने आ रही है इसलिए कंपनी ने अपने एम्प्लाइज की छंटनी करने की प्रक्रिया शरू कर दी है. कंपनी में करीब 1100 कर्मचारी हैं जिसमे से ओला ने करीब 500 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का इरादा कर लिया है. ओला कंपनी ने खुद को प्रॉफिट में बनाए रखने के लिए अपनी टीमों को छोटा करना भी शुरू कर दिया है.
बंद कर रही कई बिज़नस
बता दें कि पिछले कुछ समय में ओला ने अपन कई बिज़नस बंद किये हैं. Ola का सारा ध्यान अभी इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट को बढाने पर है. पिछले साल कंपनी ने अपन सेकंड हैण्ड कारों का बिज़नस OLA CARS शरू किया था जिसको पिछले ही महीने बंद करने का एलान कर दिया. कंपनी की प्लानिंग पहले 100 शहरों में 300 सेंटर खोलने की थी लेकिन हाल ही में OLA ने 5 शहरों में अपने OLA CARS बिज़नस को बंद कर दिया है. कंपनी का सारा फोकस अभ ओला इलेक्ट्रिक के सेल्स और सर्विस नेटवर्क को बढ़ाने पर है. इससे पहले भी कंपनी ने साल 2015 में खुले Ola Cafes का और 2017 में Foodpanda का फूड डिलीवरी बिजनेस भी कुछ साल में ही बंद कर दिया था.

सूत्रों से मुतबिक, आईपीओ योजना में देरी और फंडिंग को लेकर सामने आ रही चुनौती को और अपनी लागत को घटाने के लिए OLA कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के लिए तैयार है. कंपनी का मानना है कि ओला डैश जैसा खर्चीला कारोबार बंद करने और कर्मचारियों की लागत में कटौती करने से कंपनी का मार्जिन बढ़ जाएगा. बताया जा रहा है की प्रमुख मैनेजरों से अपनी टीम के उन लोगों की लिस्ट बनाने के लिए कहा गया है, जिनकी छंटनी की जा सकती है. रिपोर्ट्स से पता चला है की ओला ने ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे विदेशी बाजारों में निवेश पर भी रोक लगा दी है, जहां वह पहले से मौजूद है.