हाइड्रोजन से चलने वाली कार में संसद पहुंचे नितिन गडकरी

30 Mar, 2022
Deepa Rawat
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आज की तारीख में भारत ऊर्जा उत्पादन के कुछ स्थायी तरीकों को अपनाने के फ़िराक में है जहाँ मुख्य रूप से हमारे पास दो विकल्प है – इलेक्ट्रिक और हाइड्रोजन। जहाँ इलेक्ट्रिक वाहनों ने अपनी लोकप्रियता में अत्यधिक प्रसार देखा है वहीं हाइड्रोजन ईंधन को लेकर अभी भी भ्रम की धुंध बनी हुई है। हालाँकि, अब भारतीय सड़कों पर भी हाइड्रोजन कारें जल्दी ही दिखने वाली हैं. 

जी हाँ, नरेंद्र मोदी सरकार ने देश को हाइड्रोजन पावर बनाने के लिए एक अहम कदम उठाया है जिसके तहत नई ग्रीन हाइड्रोजन पॉलिसी बनाई गयी है। वहीं, केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जो ऐसे ईंधन को बढ़ावा देने की लगातार बात करते रहे हैं, आज बुधवार को अपनी हाइड्रोजन से चलने वाली कार टोयोटा मिराई से संसद पहुंचे. भारत में पहली हाइड्रोजन कार में अपना सफर शुरू करते गडकरी ने कहा कि हाइड्रोजन ही ईंधन का भविष्य है।

उन्होंने आगे कहा, “आत्मनिर्भर” बनने के लिए उन्होंने हरे हाइड्रोजन को पेश किया है जो पानी से उत्पन्न होता है। यह कार पायलट प्रोजेक्ट है और अब देश में ग्रीन हाइड्रोजन का निर्माण शुरू होने वाला है। गडकरी ने आयात पर अंकुश लगाने और रोजगार के अवसर में बढ़ोतरी की भी बात की। 

पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर नितिन गडकरी ने जानकारी दी कि ग्रीन हाइड्रोजन काफी सस्ती गैस है. जहाँ पेट्रोल पर प्रति किलोमीटर 10 रुपये खर्चा आता है वहीं इस ईंधन का खर्च प्रति किलोमीटर केवल 2 रुपये आएगा। बता दें, हाइड्रोजन बनाने में इस्तेमाल होने वाली बिजली किसी रिन्यूएबल सोर्स से आती है, मतलब ऐसे सोर्स से आती है जिसमें बिजली बनाने में प्रदूषण नहीं होता है तो इस तरह बनी हाइड्रोजन को ग्रीन हाइड्रोजन कहा जाता है। इसमे यात्रा के दौरान पानी के अलावा कोई उत्सर्जन नहीं होता।

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इससे पहले, जनवरी में भी लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए मंत्री ने कहा था कि वह दिल्ली की सड़कों पर जल्द ही हाइड्रोजन वाली कार में दिखाई देंगे जो भविष्य का ईंधन होने वाला है। बता दें, कार जापान की टोयोटा कंपनी की है और हाइड्रोजन ईंधन फरीदाबाद स्थित इंडियन ऑयल पंप से है. 

संसद में भी, मंत्री ने कहा कि हरे ईंधन से इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल की लागत कम हो जाएगी, जिससे अगले दो वर्षों में पेट्रोल से चलने वाले वाहनों के बराबर उनकी कीमत आ जाएगी। इसके अलावा, वैकल्पिक ईंधन राष्ट्रीय राजधानी के प्रदूषण स्तर को भी नीचे लेन में मदद करेगा। 

टोयोटा ने इंडियन मार्केट में हाल में ही अपनी हाइड्रोजन कार Toyota Mirai लॉन्च की थी.  टोयोटा मिरल बिना ईंधन भरने पर भी 845 मील की दूरी तय कर सकती है, जो गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड रहा है। हाइड्रोजन फ्यूल सेल पर चलने वाली देश की इस पहली कार को गडकरी ने ही लॉन्च किया था और इसे भारत का फ्यूचर भी बताया. बता दें, जापानी भाषा में ‘मिराई’ शब्द का मतलब ही फ्यूचर यानी भविष्य होता है. 

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