ISRO Chandrayaan 2 Mission: चंद्रयान 2 ने चंद्रमा पर सोलर रेडिएशन को किया महसूस

26 Feb, 2022
Deepa Rawat
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दरअसल भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चंद्रयान 2 ने इसी साल जनवरी में चंद्रमा पर सोलर रेडिएशन को महसूस किया है. चंद्रयान 2 में लगे लार्ज एरिया सॉफ्ट एक्स रे spectrometer (यानी CLASS) ने सोलर प्रोटोन इवेंट (SPEs) को दर्ज किया है जिसका मतलब है की चंद्रमा तक भी सोलर रेडिएशंस पहुंच रही हैं. हालांकि यह खबर अंतरिक्ष में मौजूद एस्ट्रोनॉट्स के लिए खतरे की बात है.

ISRO ने जानकारी देते हुए बताया है की जब सूरज सक्रिय होता है, तब वह सौर लहरें यानी Solar Flares फेंकता है, जिसमें आवेषित कण यानी Charged Particles निकलते हैं. जिन्हें सोलर प्रोटॉन इवेंट या SPEs कहा जाता है. ISRO ने यह भी बताया की ऐसे अध्ययनों और ऑब्जरवेशन से कई तरह की जानकारियां मिलती हैं जैसे अलग-अलग ग्रहों पर सौर तूफानों के असर को समझने का मौका मिलता है.

इसके अलावा 20 जनवरी 2022 को भी चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर ने M5.5 क्लास के सौर लहर को दर्ज किया था. जिसे नासा के GOES सैटेलाइट ने भी देखा था. कोरोनल मास इजेक्शन यानी CME की वजह से निकली सौर लहर 1000 किलोमीटर प्रति सेकेंड की गति से अंतरिक्ष में यात्रा करती है. इसे धरती तक पहुंचने में 2 से 3 दिन लग सकते हैं. वैसे भी आपको बता दें कि पिछले एक महीने से सूरज भयानक गुस्से में है. लगातार सौर लहरें यानी Solar Flare फेंक रहा है. ये लहरें सौर तूफान बनकर अंतरिक्ष में लंबी-लंबी दूरी तय कर रही हैं. सबसे भयावह सौर विस्फोट चार दिन पहले 15 फरवरी को हुआ है. यह ताकतवर एक्स क्लास फ्लेयर (X Class Flare) था.

आपको आगे बताते चलें की सूरज इस समय सक्रिय है. उसके चारों तरफ इस समय करीब 111 सनस्पॉट्स यानी सौर धब्बे हैं. सारे सक्रिय है. लेकिन सब विस्फोट नहीं कर रहे हैं. इनमें से कुछ ही विस्फोट कर रहे हैं. यानी सौर लहरें फेंक रहे हैं. चुंकि लहरें और सौर तूफान धरती की तरफ नहीं थे, इसलिए इन लहरों का असर नहीं हुआ.

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