भारत ने 2014 के बाद से 1.45 लाख किलोमीटर सड़क नेटवर्क जोड़कर चीन को पछाड़ दिया है और दुनिया में रोड नेटवर्क के मामले में दूसरा दूसरा स्थान हासिल कर लिया है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस बारे में जानकारी दी है.
नई दिल्ली : केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने मंगलवार को कहा कि पिछले नौ वर्षों में किए गए मोदी सरकार के विकास कार्यों के तहत भारत का सड़क नेटवर्क 59 प्रतिशत बढ़कर दुनिया में अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गया है.लोमीटर सड़क नेटवर्क जोड़कर चीन को मात देते हुए दूसरा स्थान हासिल कर लिया है.

संवाददाता सम्मेलन में नितिन गडकरी ने कहा आज के समय में देश का सड़क नेटवर्क करीब 1,45,240 किलोमीटर है जबकि वित्त वर्ष 2013-14 में यह सिर्फ 91,287 किलोमीटर ही था. इस तरह देश के सड़क नेटवर्क में पिछले नौ वर्षों के दौरान 59 प्रतिशत की उच्च वृद्धि हुई है.
उन्होंने यह भी कहा कि पिछले नौ वर्षों में फोर-लेन राष्ट्रीय-राजमार्ग में वृद्धि लगभग दोगुनी हो गई है। 2013-14 में फोर-लेन राष्ट्रीय-राजमार्ग की यह लंबाई 18,371 किलोमीटर थी जो, पिछले नौ वर्षों में बढ़कर 44,654 किलोमीटर हो गयी है।
गडकरी ने कहा कि फास्टैग को शुरु करने से टोल संग्रह में महत्वपूर्ण उछाल आया है। उन्होंने आगे बताया कि टोल से राजस्व संग्रहण 2013-14 के 4,700 करोड़ से बढ़कर 2022-23 में 41,342 करोड़ हो गया है। गडकरी ने आगे जोड़ते हुए कहा कि सरकार का लक्ष्य 2030 तक टोल राजस्व संग्रहण को 1,30,000 करोड़ तक पहुँचना है।

गडकरी ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप टोल प्लाज़ा पर प्रतीक्षा समय भी कम हो गया है, “2014 में टोल प्लाज़ा पर प्रतीक्षा समय 734 सेकेंड था जबकि 2023 में यह घटकर 47 सेकंड रह गया है। हमें उम्मीद है कि हम जल्द ही इसे घटाकर 30 सेकेंड कर लेंगे”।
गडकरी ने भारत में यात्रा अनुभवों पर फास्टैग के परिवर्तनकारी प्रभाव के बारे में बात करते हुए कहा कि इसने टोल भुगतान की अवधारणा में नगद लेनदेन की आवश्यकता को समाप्त कर क्रांति ला दी है। एक शोध के अनुसार इस जबरदस्त कदम से टोल प्लाज़ा पर इंतजार के कारण बर्बाद होने वाले ईंधन खर्च में लगभग 70,000 करोड़ रुपए की बचत हुई है।
गडकरी ने कहा कि उत्तर पूर्व क्षेत्र में सड़क राजमार्ग नेटवर्क के विस्तार पर विशेष ज़ोर दिया जा रहा है उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में 2 लाख करोड़ से अधिक लागत की परियोजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रा के सुखद अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से सड़क किनारों पर 670 सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।

गडकरी ने कहा कि एनएचएआई के आईएनवीआईटी (इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट) मॉडल के तहत एक बॉन्ड इशू लॉन्च किया गया और इसे जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है। मुंबई स्टॉक एक्सचेंज पर इसकी उपलब्धता के पहले दिन के भीतर बांड को सात गुना अधिक अभिदान मिला। नितिन गडकरी ने निवेशकों से एनएचएआई आईएनवीआईटी में निवेश करने का आग्रह किया जो पारंपरिक बैंक दरों से ज़्यादा 8.05 प्रतिशत की आकर्षक ब्याज दर प्रदान कर रहा है।
एनएचएआई में पैसा निवेश करने का आग्रह : कॉन्फ्रेंस रूम में बैठे पत्रकारों और अन्य वेतनभोगी कर्मचारियों से आग्रह करते हुए उन्होंने एनएचएआई में अपना पैसा निवेश करने का आग्रह किया और इस बात पर प्रकाश डाला कि ‘एनएचएआई ने बाजार में बड़ी विश्वसनीयता अर्जित की है और लोग वहां निवेश कर रहे हैं.’
उन्होंने कहा, ‘मैं आपसे एनएचएआई में निवेश करने का आग्रह करता हूं. बैंक आपको 5.5% की ब्याज दर देते हैं लेकिन एनएचएआई प्रति माह 8.05% ब्याज दे रहा है. एनएचएआई ने बाजार में बहुत सम्मान अर्जित किया है.’
उन्होंने मंत्रालय के अधिकारियों, ठेकेदारों, श्रमिकों और अन्य अधिकारियों की सराहना की जो बेहतर ढांचागत विकास के लिए उनके साथ काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ‘भ्रष्टाचार का मुद्दा मिट गया है क्योंकि सब कुछ डिजिटल हो गया है और पारदर्शी हो गया है.’