ऋषिकेश : सोमवती अमावस्या, हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण पर्व, ऋषिकेश में भव्यता और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर, लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य लाभ प्राप्त किया और सुख-समृद्धि की कामना की।
प्रमुख बिंदु:
आस्था का उत्सव:
सोमवती अमावस्या को विशेष रूप से पुण्यदायी माना जाता है।
इस दिन गंगा स्नान करने से अनेक जन्मों के पापों का नाश होता है।
ऋषिकेश, गंगा नदी के किनारे स्थित एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल, इस दिन विशेष महत्व रखता है।
श्रद्धालुओं का उत्साह:
देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु ऋषिकेश में गंगा स्नान के लिए पहुंचे थे।
सुबह से ही गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं का तांता लग गया था।
सभी ने गंगा में स्नान कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की।
संगठन और व्यवस्था:
भंडारे का आयोजन, दान-पुण्य, और सुरक्षा व्यवस्था का उचित प्रबंध किया गया था।
जल पुलिस के जवानों की तैनाती से स्नान का कार्यक्रम सुचारू रूप से चला।
गंगा आरती का मनमोहक दृश्य:
संध्याकाल में गंगा आरती का मनमोहक दृश्य देखने को मिला।
श्रद्धालुओं ने आरती में भाग लिया और गंगा माता से आशीर्वाद प्राप्त किया।
विश्लेषण:
सोमवती अमावस्या पर ऋषिकेश में गंगा स्नान का आयोजन न केवल एक धार्मिक कार्यक्रम था, बल्कि यह आस्था, समर्पण और भक्ति का संगम था। श्रद्धालुओं की भारी उपस्थिति और उत्साह दर्शाता है कि गंगा नदी का हिंदू धर्म में कितना महत्व है।