नई दिल्ली: बुधवार को उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने विधानसभा में बजट पेश किया। बजट पर सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपनी प्रतिक्रया देते हुए बजट को ‘दिशाहीन’ बताया है। अखिलेश ने कहा कि इस बजट ने किसानों, युवाओं, महिलाओं को निराश किया है।
दिशाहीन दिखाई देता है बजट – सपा अध्यक्ष

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगे कहा कि भाजपा का यह बजट दिशाहीन दिखाई देता है। इसमें ना आज की समस्याओं का समाधान और ना ही भविष्य के किसी फैसले को आगे लेकर जाने का कोई रास्ता दिखाई देता है। कहा कि इस बजट में खेती, किसान, नौजवान के लिए कुछ नहीं है। यह महिलाओं, किसानों, नौजवान को निराश करने वाला है। इस बजट ने किसानों, युवाओं, महिलाओं को निराश किया है।
बजट में न भविष्य का रास्ता, न रोज़गार है न उसका विचार है – अखिलेश यादव

कहा कि इस बजट में मुझे नहीं लगता कि किसी भी औद्योगिक नीति के तहत उत्तर प्रदेश में निवेश आ पाएगा। बजट में अगर कोई ऐसे इंतजाम हो तो सरकार बताए। सपा अध्यक्ष ने कहा कि बजट जिसमें न वर्तमान की समस्याओं का सुलझाव है न भविष्य का रास्ता, न रोज़गार है न उसका विचार… ऐसे कैसे बनेगी 1 ट्रिलियन की इकॉनमी?। कहा कि मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाने की बात करते हैं, लेकिन वह बताएं कि प्रदेश की विकास दर क्या है।
भाजपा ने किसानों और सरकार को निराश किया है- अखिलेश यादव

अखिलेश ने पूछा क्या इस विकास दर से यूपी की अर्थव्यवस्था एक ट्रिलियन डॉलर हो पाएगी। सिर्फ भाषण देने और बोल देने से ही नहीं हो जाता है। अखिलेश ने आगे कहा कि दिल्ली की सरकार ने किसानों और गांव को निराश किया प्रदेश की भाजपा सरकार ने भी किसानों और गांव को निराश किया है। उन्होंने कहा कि बजट में किसानों और गांव के लिए कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार का सातवां बजट है। यह बजट की पिछले बजट की तरह दिशाहीन है।
बजट में नौजवानों की नौकरी रोजगार के लिए कुछ नहीं है – सपा अध्यक्ष

अखिलेश यादव ने पूछा कि सरकार बताएं क्या किसानों की आय दोगुनी हुई?। क्या किसानों को उनकी फसलों का सही कीमत मिल रहा है? कहा कि डीजल, पेट्रोल, कीटनाशक, खाद, बीज सब महंगा हो गया है। डीजल की महंगाई से आवागमन ही नहीं महंगा होता बल्कि सड़क अस्पताल के निर्माण से लेकर खेती किसानी के कार्य सब महंगा हो जाता हैं। यादव ने कहा कि इस बजट में नौजवानों की नौकरी रोजगार के लिए कुछ नहीं है। बजट में इन्वेस्टमेंट पॉलिसी या उद्योग धंधे लगाने के लिए कोई राहत पैकेज नहीं किया गया।
2023 बजट में क्या है खास?

1.बजट में प्रदेश में बनने वाले एक्सप्रेसवे के लिए बड़ी रकम का ऐलान होने की उम्मीद है।
2. कानपुर में बन रहे पनकी और अलीगढ़ में हरदुआगंज पावर प्रॉजेक्ट के लिए भी धन की व्यवस्था की व्यवस्था होने की संभावना है। आगरा, झांसी और गोरखपुर में मेट्रो परियोजना। जेवर और अयोध्या में बन रहे इंटरनैशनल एयरपोर्ट के काम में तेजी लाने के लिए धनराशि का आवंटन होने की उम्मीद है।
3. शिक्षा, स्वास्थ्य, एमएसएमई, कृषि के क्षेत्र में अधिक बजट देकर आम आदमी को राहत पहुंचाई जा सकती है।
4. बजट में प्रदेश के करीब 40 लाख युवाओं को स्मार्टफोन और टैबलेट देने की व्यवस्था की जा सकती है।
5. 2025 में प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ की तैयारियों के लिए बजट में आवंटन किया जा सकता है।
6. यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (जीआईएस) के दौरान साइन हुए एमओयू को जमीन पर उतारने के लिए बजट में उद्योगों को मिलने वाली सब्सिडी के लिए रकम का आवंटन किया किया जा सकता है। समिट में सरकार को करीब 33.50 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव मिले हैं
7 लाख करोड़ का था 2023 बजट

बता दें, इस बार का बजट पिछले साल के बजट से अधिक था। इस बार का बजट 7 लाख करोड़ था। इसमें 33,769 करोड़ रुपये का पूरक बजट भी शामिल है, वहीं, 2022 का बजट 6.48 लाख करोड़ था। इस बार के बजट में किसी नए टैक्स की घोषणा का कोई प्रस्ताव नहीं है।
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Edit By Deshhit News